खतरा बरकरार, मुरादाबाद रहा देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर
दिल्ली, एनसीआर को पीछे छोड़ते हुए बुधवार को मुरादाबाद प्रदूषित शहरों की तीसरे स्थान पर रहा।
मुरादाबाद : दिल्ली, एनसीआर को पीछे छोड़ते हुए बुधवार को मुरादाबाद प्रदूषित शहरों की सूची में पहले नवंबर पर रहा। मुरादाबाद की हवा का आंकड़ा 433 राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई) तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर को खतरनाक शहरों की सूची में रखा। शाम को हवा के स्तर में आंशिक सुधार हुआ और वायु गुणवत्ता 397 एक्यूआई पर आकर रुका। इसके बाद मुरादाबाद देश के तीसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। बिगड़ रहा है हवा का स्तर विशेषज्ञों के अनुसार पारा गिरने के साथ ही हवा में प्रदूषित तत्वों की मात्रा घुलती जा रही है। इसके चलते हवा का स्तर लगातार बिगड़ रहा है। विशेषज्ञों ने बताया जब तक हवा की गति में तेजी और बारिश नहीं आएगी यह हालात बने रहेंगे। पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआं और कंस्ट्रक्शन वर्क भी शहर में प्रदूषण फैला रहा है। पीतल के कारखानों की वजह से भी हवा प्रदूषित है। विशेषज्ञों का कहना है कि नमी बढ़ने के साथ हवा के बहाव में कमी आती है, जिस कारण कारखानों से निकलने वाले रसायन हवा में ज्यादा ऊपर न जाकर नीचे ही बने रहते हैं और इसका असर इंसानों पर पड़ता है। बीमारियों का खतरा डॉक्टरों के मुताबिक अस्थमा, स्किन एलर्जी, आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। इसके अलावा कई प्रकार की एलर्जी के अलावा मस्तिष्क और गुर्दे पर भी इसका असर पड़ता है। ये सावधानियां बरतें ठंड में घर से निकलें तो नाक, मुंह अच्छी तहर से ढकें। गुनगुने पानी में नमक डाल का गरारा करें। मार्निग वाक पर जाने से पहले खूब पानी पीयें। ताजे फल और सलाद खाएं। विटामिन सी की भरपूर मात्रा लें। ये पांच शहर रहे सबसे प्रदूषित -
शहर एक्यूआइ
मुजफ्फरपुर - 429
पटना- 406
मुरादाबाद - 397
जोरापोखर -370
कोलकाता - 357 हवा की गुणवत्ता का पैमाना
0-50 अच्छा
51-100 संतोषजनक
101-200 औसत
201- 300 खराब
301-400 बहुत खराब
401- 450 गंभीर
451- 500 खतरनाक