मुरादाबाद के कांशीराम नगर में बिना पंजीयन के चल रही बंगाली क्लीनिक को टीम ने किया सील
Moradabad Health Department जिले में झोलाछाप मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। जगह-जगह बंगाली क्लीनिक भी खुले हुए हैं। शनिवार को सदर तहसील में शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने कांशीराम नगर में बंगाली क्लीनिक को सील कर दिया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Health Department : जिले में झोलाछाप मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। जगह-जगह बंगाली क्लीनिक भी खुले हुए हैं। शनिवार को सदर तहसील में शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने कांशीराम नगर में बंगाली क्लीनिक को सील कर दिया। यहां उन्हें एलोपैथ दवाइयां भी मिलीं। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से झोलाछाप में खलबली मच गई। बुखार के मरीजों को भर्ती करन उनसे जमकर वसूली हो रही है। झोलाछाप पर कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को शिकायतों का इतजार है।
शनिवार को सदर तहसील में बंगाली क्लीनिंग चांदसी की शिकायत मिली। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आए। झोलाछाप नोडल डा. एके शर्मा टीम के साथ कांशीराम नगर पहुंच गए। यहां एलोपैथिक दवाइयां मिली। कागजात मांगे तो दिखा नहीं पाए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से झोलाछाप में खलबली मच गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि सदर तहसील में शिकायत की गई थी। मौके पर टीम ने जांच की तो वो कागज नहीं दिखा पाए। इसके बाद चांदसी क्लीनिक को सील कर दिया गया।
60 झोलाछाप पर अब तक नहीं हुई कार्रवाईः झोलाछाप लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। आइएमए के डाक्टरों ने झोलाछाप पर कार्रवाई के लिए मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह को 60 झोलाछाप की सूची सौंपी थी। स्वास्थ्य विभाग में तीन माह से जांच ही हो रही है। अभी तक लिस्ट वाले झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। सभी को हरी झंडी देने की कोशिश के तहत पंजीयन कराने का प्रयास किया जा रहा है। देखने वाली बात ये है कि जिन झोलाछाप के नाम छपे थे। उन सभी को तसल्ली दे दी गई है।