मुरादाबाद में बारिश और बाढ़ से किसान बेहाल, फसलें ताेे बर्बाद हुई हीं, पशुओं के लिए चारा तक नहीं बचा

Flood Damage in Moradabad दो दिन की बारिश और बाढ़ के पानी ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दी हैं। गांव के लोगों के पास पशुओं को खिलाने के लिए चारा भी नहीं बचा है। फसलें बर्बाद होने से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:05 AM (IST)
मुरादाबाद में बारिश और बाढ़ से किसान बेहाल, फसलें ताेे बर्बाद हुई हीं, पशुओं के लिए चारा तक नहीं बचा
सिहोरा बाजे, गणेश घाट और मनकरा में भी फसलें बर्बाद

मुरादाबाद, जेएनएन। Flood Damage in Moradabad : दो दिन की बारिश और बाढ़ के पानी ने किसानों की फसलें बर्बाद कर दी हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि गांव के लोगों के पास पशुओं को खिलाने के लिए चारा भी नहीं बचा है। फसलें बर्बाद होने से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इस नुकसान की भरपाई कैसे होगी। ये बताने वाला कोई नहीं है। किसी ने उधार लेकर फसल लगाई थी तो किसी ने खेत बटिया पर लेकर फसल लगाई थी। अब फसल काटने का नंबर आने वाला था तो प्राकृतिक आपदा की भेंट चढ़ गया।

मूंढापांडे के गांव सिहाेरा बाजे, गणेश घाट, मनकरा, गदई खेड़ा, हिरण खेड़ा, जैतपुर बिसाहट, जगरमपुरा, रनियाठेर आदि गांवों में बीघों के हिसाब से फसल बर्बाद हुई है। किसान खेेेतों में पड़ी फसल को सुखाने के लिए साइकिलों पर लादकर घर ले जा रहे हैं। जितना धान मिल जाए उतना ठीक हो जाए। पैपटपुरा, लालपुर तितरी और खाईखेड़ा में किसान परेशान हैं। फसल बर्बाद होने की वजह से पूरा का पूरा परिवार सिर पकड़कर बैठा है। किसान रामपाल का 22 बीघा का खेत है।

इसमें धान लगे थे। बाढ़ के पानी से पूरी फसल खराब हो गई है। पानी अभी भी खेत में भरा है। खेत को देखकर रामपाल की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे। उनका कहना है कि पैसा उधार लेकर फसल लगाई थी। अब काटने के कगार पर फसल आई तो प्राकृतिक आपदा की भेंट चढ़ गई। क्या करें। कुछ समझ नहीं आ रहा है। ऐसे सैंकड़ों किसान हैं जिनके सामने असमंजस की स्थिति पैदा हो गई कि वो क्या करें।

इस्लाम नगर की सड़क पर आया रामगंगा का पानी : पहाड़ों में बारिश के बाद रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ रहा है। कांठ रोड से ठाकुरद्वारा जाने वाले इस्लाम नगर की सड़क पर रामगंगा का पानी बढ़ने से क्षेत्र के किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। सिडलऊ नाजरपुर के किसान शरद कुमार, रजनीश कुमार,सोमपाल सिंह, फकीरचंद, लखन सिंह ने बताया कि फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। अब रामगंगा का पानी बढ़ने से दोबारा खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन से गुहार है कि हमारी समस्याओं का समाधान कराया जाए। फसलें बर्बाद होने का सर्वे कराकर किसानों की मदद की जाए।

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