बिजनौर की तीन बहनों ने बनाया ग‍िरोह, पलक झपकते ही उड़ा देतीं थीं रकम

Moradabad crime बिजनौर की तीन बहनों को रुपये कमाने का ऐसा शौक चढ़ा कि उन्‍होंने खुद का गिरोह बना डाला। इसके बाद कई घटनाओं को बेखौफ होकर अंजाम देती रहीं। टप्‍पेबाजी कर लोगों के रुपये उड़ा देतीं थीं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 03:36 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 09:12 PM (IST)
बिजनौर की तीन बहनों ने बनाया ग‍िरोह, पलक झपकते ही उड़ा देतीं थीं रकम
ग‍िरोह बनाकर रुपये उड़ाने वाली बिजनौर की तीन बहनें पुलिस के शिकंजे में।

मुरादाबाद। बिजनौर के कस्बा नूरपुर की रहने वाली तीन बहनों ने टप्पेबाजी के लिए गिरोह बना लिया। बिजनौर से निकलकर मुरादाबाद सहित कई स्थानों पर चोरी और टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देतींं थींं। कई दिनों की तलाश के बाद शनिवार को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उनके पास से लूटा गया माल भी बरामद कर लिया गया है।

पुलिस लाइन में एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि 23 सितंबर को नवीनगर निवासी अर्चना का ऑटो रिक्शा में पर्स चोरी कर लिया था। पर्स में अर्चना के सोने की अंगूठी, कानों के कुंडल, आधार कार्ड और पैन कार्ड था। 25 सितंबर को कटघर बीच होली का मैदान की रहने वाली साधना मिश्रा का पर्स भी ऑटो रिक्शा में इसी तरह से चोरी कर लिया गया। कांठ रोड पर ही दोनों वारदात हुईं। इसलिए पुलिस ने इस क्षेत्र के कई प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाले। फुटेज में उन्हें अर्चना के साथ ऑटो रिक्शा में तीन महिलाएं बैठी दिखाई दीं। शक के आधार पर शनिवार को आशियाना चौकी इंचार्ज अर्जुन त्यागी ने अपनी टीम के साथ तीनों संदिग्ध महिलाओं को हिरासत में ले लिया। पहले तो तीनों पुलिस से भिड़ गईं। बाद में जब उनकी सीसीटीवी फुटेज दिखाई तो सारी बात बता दी। उन्होंने अपने नाम कविता, रिंकी और पूजा बताया और तीनों सगी बहने हैं। बिजनौर के कस्बा नूरपुर में इस्लामनगर रोडवेज बस अड्डे के पीछे की रहने वाली हैं। पूजा अविवाहित है, जबकि कविता उर्फ अत्ता और रिंकी उर्फ पिंकी की शादी हो चुकी हैं। इनके राजेंद्र सिंह पिता मूलरूप से मेरठ की नई बस्ती शास्त्रीनगर के रहने वाले हैं। आरोपित तीनों ही बहनें गिरोह बनाकर टप्पेबाजी कर रही हैं। तीनों का चालान करके जेल भिजवा दिया है। मासूम बच्चे रखती हैं साथ प्रभारी निरीक्षक नवल मारवाह ने बताया कि तीनों बहनें बहुत शातिर हैं। यह ऑटो रिक्शा किराए पर लेकर उसमें बैठ जाती हैं। अपने साथ में एक मासूम बच्चा भी रखती हैं, ताकि बैठने वाली कोई भी महिला हिचकिचाए न। यह समझे की कोई फैमिली है। बिजनौर से तीनों रोजाना मुरादाबाद आकर घटना को अंजाम देकर वापस लौट जाती हैं।

तीनों के खिलाफ दर्ज हैं नौ मुकदमे

तीनों बहनों के खिलाफ थाना जीआरपी, मुरादाबाद में चार, रामपुर के शाहबाद में एक, थाना कटघर, मझोला में एक-एक और सिविल लाइंस में दो चोरी और टप्पेबाजी के मुकदमे दर्ज हैं। जीआरपी में तो इनके पोस्टर भी चस्पा हैं। गिरोह के तौर पर इन्हें पंजीकृत किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।

शौक पूरे करने को बनाया ग‍िरोह

दरअसल ब‍िजनौर की इन तीन बहनों को आराम तलब जिदंगी की ख्‍वाहिश थी। वे मेहनत से भी अपने शौक पूरे कर सकती थीं लेकिन उन्‍होंने अपराध का रास्‍ता चुना। उन्‍हें खुद के पकड़े जाने का भी डर नहीं था। यही वजह है कि वे बेखौफ होकर टप्‍पेबाजी करने में जुटी थी। इस धंधे में थोड़ी मेहनत से ही उन्‍हें मोटी रकम हासिल हो जाती थी। शुरुआत के दिनों में वे बहुत सावधानी बरतती थीं जिससे वे पकड़ी न जा सकेंं लेकिन समय के साथ-साथ उनका लालच भी बढ़ता जा रहा था। इसके बाद वे बेफ‍िक्र हो गईं। यही उनके पकड़े जाने की वजह बन गई। सीसीटीवी में तस्‍वीर कैद होने के बाद वे पकड़ ली गईं।

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