Moradabad coronavirus news update : बुजुर्ग हो रहे कोरोना संक्रमित, बच्चे लड़कर जीत रहे जंग
Moradabad coronavirus news update बच्चों से ज्यादा बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण का खतरा बच्चे शत-प्रतिशत हुए स्वस्थ। बुजुर्गों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद में कोरोना संक्रमण की चपेट में आए बच्चे शत-प्रतिशत स्वस्थ हुए हैं। कोरोना संक्रमण का खतरा बच्चों से ज्यादा बुजुर्गों को है। दूसरी बीमारियों की वजह से बुजुर्ग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञों के अनुसार मां का दूध बच्चे को बीमारियों से लडऩे की ताकत देता है। इस वजह से बच्चे स्वस्थ हो रहे हैं।
कोरोना वायरस का संक्रमण आमजन में फैल चुका है। हालात ये हैं कि सावधानी नहीं बरतने वाले लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। बड़ों से ज्यादा बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर है। अब तक 40 बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। पॉजिटिव आए बच्चों की दूसरी रिपोर्ट आठवें दिन कराई गई तो निगेटिव आई। इससे उन बच्चों के परिजनों ने राहत की सांस ली। अब तक कोरोना संक्रमित होने वाले बच्चे दो साल से 12 साल तक के रहे। इसके अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र के 51 लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हुए। उनमें लक्षण के साथ ही वो अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थे। 15 बुजुर्गों की दो रिपोर्ट रिपीट पॉजिटिव इस वजह से आई कि उन्हें शुगर और ब्लड प्रेशर की भी दिक्कत थी।
ये बोले डॉक्टर
मां का दूध बच्चे के लिए संजीवनी है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा बच्चे की देखभाल जरूरी है। घर का बना और स्वच्छ खानपान दें। फ्रिज में रखा कोई भी सामान बच्चे को न दें। कोरोना काल में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
डॉ राजेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक एवं बाल रोग विशेषज्ञ
तीन से छह माह तक बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक हो जाती है। मां के दूध से बच्चे को कोलोस्टक मिलता है। दूध से एंटी बॉडी मिलती है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। इसलिए उनके स्वस्थ होने में कोई मसला नहीं है।
डॉ रवि गंगल, बाल रोग विशेषज्ञ