Moradabad coronavirus news : ऑनलाइन एजुकेशन से कई स्‍कूलों ने बनाई दूरी, एक विद्यालय बंद हाेने की कगार पर

कोरोना वायरस की वजह से कई उद्योग-धंधे बंद हो चुके हैं। संक्रमण का खतरा शिक्षा जगत पर भी मंडराने लगा है। आलम यह है कि जिले के 30 से ज्यादा प्रबंधक अपना-अपना विद्यालय बंद करने पर विचार कर रहे हैं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 12:57 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 12:57 PM (IST)
Moradabad coronavirus news : ऑनलाइन एजुकेशन से कई स्‍कूलों ने बनाई दूरी, एक विद्यालय बंद हाेने की कगार पर
कोरोना संक्रमण की वजह से कई स्‍कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं बंद हो चुकी हैं।

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना ने बहुत से सेक्टरों को प्रभावित किया है। कई उद्योग-धंधे बंद हो चुके हैं। अब इसके संक्रमण का खतरा शिक्षा जगत पर भी मंडराने लगा है। आलम यह है कि जिले के तीस से ज्यादा प्रबंधक अपना-अपना विद्यालय बंद करने पर विचार कर रहे हैं।

बिलारी के एनडीकेआर मेमोरियल इंटर कॉलेज ने तो इसके लिए आवेदन भी कर दिया है। कोरोना के कारण जो विद्यालय बंद होने की कगार पर पहुंच रहे हैं, वे कम फीस वाले स्कूल हैं। कक्षा एक से आठ तक के कई विद्यालय इसी श्रेणी में आकर खड़े हो गए हैं और ऑनलाइन एजुकेशन तक से मुंह मोड़ चुके हैं। उधर, इंटर कॉलेजों के प्रबंधकों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से उनके पास बहुत ही कम छात्र कक्षा नौ से 12 तक का पंजीकरण कराने आए हैं। पहले से कम छात्र संख्या वाले ये स्कूल अब दोगुनी मार झेल रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि कितने विद्यालय ऐसे हैं, इसका सही पता पंजीकरण पूरे होने के बाद चलेगा। पूरा करना होगा शैक्षिक सत्र जो भी विद्यालय खत्म समाप्ति के लिए आवेदन कर रहे हैं उन्हें शैक्षिक सत्र पूरा कराना होगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद के नियम के मुताबिक कोई भी विद्यालय बीच सत्र से बंद नहीं किया जा सकता। अधिकारियों के मुताबिक विद्यालय द्वारा बच्चों को सत्र पूरा ही कराना होगा।

हमारे पास पहले से छात्र संख्या कम थी। लेकिन, लॉकडाउन में यह संख्या और गिर गई है। इसलिए समिति ने इसे बंद करने का विचार किया है, इसके लिए आवेदन भी कर दिया है।

- मयंक पाराशरी, प्रबंधक, एनडीकेआर मेमोरियल इंटर कॉलेज

अभी तक मेरे पास कोई आवेदन नहीं आया है। स्कूल बंद करने की एक प्रक्रिया है, जिसका पालन प्रबंधन को करना ही होगा। हो सकता है विद्यालय ने कोई चिट्ठी विभाग को भेजी हो।

- प्रदीप कुमार द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक

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