Moradabad Coronavirus News : कोरोना संक्रमण से जिला विकास अधिकारी की मौत, लखनऊ में चल रहा था उपचार
जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार उपाध्याय रंगोली कालोनी स्थित अपने सरकारी आवास में अकेले रहते थे। पंचायत चुनाव में उन्हें भगतपुर टांडा का नोडल अधिकारी बनाया गया था। मतगणना के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद वे लखनऊ चले गए थे।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की वजह से जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार उपाध्याय की मौत हो गई। लखनऊ के निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। डीडीओ की आकस्मिक मौत से पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों में दहशत का माहौल है।
जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार उपाध्याय रंगोली कालोनी स्थित अपने सरकारी आवास में अकेले रहते थे। उनका परिवार लखनऊ की साउथ सिटी कालोनी में रहता है। पंचायत चुनाव में उन्हें भगतपुर टांडा का नोडल अधिकारी बनाया गया था। तीन मई को मतगणना खत्म होने के बाद उन्हें बुखार की शिकायत हुई। इसके बाद उन्होंने कोरोना टेस्ट करा लिया। रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। अगले ही दिन जिला विकास अधिकारी अपने अर्दली कमलेश कुमार के साथ सरकारी गाड़ी से लखनऊ स्थित आवास चले गए। प्राइवेट चालक और अर्दली उन्हें घर छोड़ने के बाद वापस लौट आए। परिवार वालों ने हालत बिगड़ने पर उन्हें तेलीबाग लखनऊ स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ती चली गई। सोमवार को आधी रात के बाद डीडीओ ने दम तोड़ दिया। मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन ने बताया कि विकास भवन में डीडीओ कार्यालय के पूरे स्टाफ का काेरोना टेस्ट कराया जा रहा है। सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
कोरोना के चलते टाल दी थी बेटे की शादी
डीडीओ मुरादाबाद से लखनऊ के लिए रवाना हुए तो ठीक-ठाक बात कर रहे थे। सात मई को उनकी हालत बिगड़ने के बाद स्वजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। चार मई को कोरोना संक्रमण की वजह से उन्होंने बड़े बेटे प्रणय प्रसून की शादी टाल दी थी। कह रहे थे कि कुछ मेहमानों को बुलाकर खुशी भी तो करनी है। पहली शादी है। लेकिन, इससे पहले ही कोरोना ने उनकी जान ले ली। पति के आकस्मिक निधन से पत्नी निशा उपाध्याय और बच्चों का बुरा हाल है। पीआरओ सुरेंद्र गौतम ने बताया कि मतगणना के बाद उन्हें बुखार आया था। उनके दो बेटे और एक बेटी है।