Moradabad Coronavirus News : सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे कोविड-19 के मरीज, 48 घंटे के अंदर पूरी होगी ट्रेसिंग
जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है स्वास्थ्य महकमे ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कराने अब 48 घंटे के अंदर ही कराने पर जोर दिया जा रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसी के साथ प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग कराने पर जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा कोविड-19 मरीजों की निगरानी सीसीटीवी से करने की रणनीति भी तैयार की गई है।
मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने जिला सर्विलांस अधिकारी और जिला टीकाकरण अधिकारी को कई निर्देश दिए। उनका कहना है कि अप्रैल में नगर निगम क्षेत्र में अधिकतर कोविड के पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। वर्तमान में मात्र आरआरटी टीमें ही नगर में लगाई गईं हैं, जिनको तत्काल प्रभाव से बढ़ाया जाना अति आवश्यक है। आकलन करके आवश्यकतानुसार एवं शासन स्तर से जारी निर्देशों के अनुसार नगर क्षेत्र के लिए आरआरटी टीमों की संख्या में वृद्धि करने के संबंध में प्रस्ताव तत्काल करें। उन्होंने वाहनों की संख्या भी बढ़ाने को कहा। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जिस दिन कोविड पाजीटिव केस पाये जाते हैं तो उसी दिन फैसिलिटी एलोकेशन हो जाए एवं गंभीर मरीजों के त्वरित उपचार के लिए एल-2 अथवा एल-3 अस्पतालों में शिफ्ट किया जाए। मंडलायुक्त ने कहा कि आरआरटी टीम के क्षेत्र में अत्यधिक संक्रमित मरीज मिलते हैं तो दूसरी टीमों को भी लगा दें। जिस दिवस में पाजीटिव केस मिला हो उसी दिवस में समस्त आवश्यक कार्रवाइयां पूर्ण करा ली जाएं। प्राइमरी कान्टेक्ट की सूचना सरसरी तौर पर कोविड-19 पाजीटिव मरीजों से की जा रही है। कान्टेक्ट ट्रेसिंग की गुणवत्ता में वृद्धि की जाए और पिछले तीन-चार दिनों में मरीज के संपर्क में आये सभी व्यक्तियों की डिटेल संकलित की जाए। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्तियों की ट्रेसिंग 48 घंटे के अंदर पूर्ण कर लें। जनपद में चार हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे है। इसको बढ़ाए जाने की जरूरत है। आयुक्त ने निर्देश दिये कि आप समय-समय पर निरन्तर के साथ इन सभी काम पूरा कर लें यदि यह तथ्य संज्ञानित होता है कि किसी भी आरआरटी टीम द्वारा पाजीटिव केस मिलने के 24 घंटे बाद भी मरीज से संपर्क नहीं किया गया तो संबंधित को कारण बताओ नोटिस जारी कराकर नियमानुसार दण्डात्मक कार्रवाई कराएं