अयोध्या की तरह दिखेगी मुरादाबाद नगरी, जानिये कैसे, सिंगापुर की कंपनी को ही क्यों दिया गया विकास का टेंडर

Moradabad look like Ayodhya शहर को अयोध्या की तर्ज पर विकसित करने के लिए काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता के मुताबिक एमडीए ने सिटी डेेवलपमेंट प्लान बनाने के लिए सिंगापुर की ट्रैक ट्रैवल कंपनी को अधिकृत किया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:16 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 06:16 PM (IST)
अयोध्या की तरह दिखेगी मुरादाबाद नगरी, जानिये कैसे, सिंगापुर की कंपनी को ही क्यों दिया गया विकास का टेंडर
प्लान बनाने में खर्च होने हैं एम़डीए के दो करोड़़

मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad look like Ayodhya : शहर को अयोध्या की तर्ज पर विकसित करने के लिए काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता के मुताबिक एमडीए ने सिटी डेेवलपमेंट प्लान बनाने के लिए सिंगापुर की ट्रैक ट्रैवल कंपनी को अधिकृत किया है। यह कंपनी छह महीने में शहर के नियोजित विकास के लिए खाका तैयार करेगी। विकास प्राधिकरण इस पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च करेगा। शनिवार को इसे लेकर एमडीए उपाध्यक्ष ने स्टेक होल्डर्स (हिस्सेदारों) के साथ बैठक करके सुझाव लिए। अयोध्या के विकास का खाका सिंगापुर की कंपनी ने ही तैयार किया है।

मुख्यमंत्री को यह खाका बहुत पसंद आया। इसलिए उन्होंने अयोध्या की तर्ज पर ही अन्य शहरों में विकास कराने के लिए निर्देश दिए। शासन ने मुरादाबाद समेत 13 शहरों को अयोध्या की तरह की डेेवलपमेंट प्लान बनाने के कहा। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले इस काम के लिए निविदाएं मांगी। तीन कंपनियों डवलपमेंट प्लान बनाने के लिए निविदाएं भरीं। इसमें एमडीए ने सिंगापुर की ट्रैक ट्रैवल कंपनी को प्लान बनाने के लिए अधिकृत कर दिया। शनिवार को एमडीए सभागार में प्लान बनाए जाने के लिए कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई।

जल निगम के परियोजना अधिकारी तारिक अली ने कहा कि सुझाव दिया कि स्मार्ट सिटी में शहर के जिन क्षेत्रों में पेयजल के लिए चिह्नित नहीं किया गया है, उन्हें प्लान में शामिल किया जाए। नगर निगम के अधिशासी अभियंता राजीव राठी ने शहर के आसपास के नियोजित विकास के लिए स्मार्ट सिटी के योजना से बचे शहरी क्षेत्र को सिंगापुर की कंपनी द्वारा अपने प्लान में शामिल करने का सुझाव दिया। आवास विकास के अधिशासी अभियंता फराज अहमद ने भी विचार रखे। एमडीए उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी ने कहा कि एमडीए शहर अवैध तरीके से बसाई जा रही कालोनियों को चिह्नित करा रहा है।

प्लान बनाते समय आम लोगों की जरूरत का ध्यान रखना है। यह देखना है कि आने वाली 30 सालों में शहर का स्वरूप कैसा हो। उसी के मुताबिक प्लान में संसाधनों की व्यवस्था करनी है। उपाध्यक्ष ने कहा कि समाज के हर वर्ग के लोगों से सुझाव लेकर प्लान तैयार होगा। निर्यातकों, चिकित्सकों, हस्तशिल्प का काम करने वालों आदि से भी सुझाव लिए जाने हैं। बैठक में एमडीए के अलावा विकास से संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

इस तरह बनेगा प्लानः शहर में सुरक्षा के मद्देनजर लगाए जाने सीसीटीवी और अन्य सिस्टमशहर की उन सड़कों का चौड़ीकरण, जो स्मार्ट सिटी योजना में नहीं हैयातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए वाहनों की संख्या तय करना सभी क्षेत्रों में शुद्ध पानी की व्यवस्था कराने के लिए क्षेत्रों का चिह्नाकंन पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए सड़कों का चयन और लाइटें लगाने का प्रस्तावशहर में विद्यालय, पार्क, थाने आदि बनाए जाने के लिए स्थानों का चयनस्मार्ट सिटी योजना से बचने वाले क्षेत्र में सीवर लाइन की व्यवस्था होगी।

chat bot
आपका साथी