बीएसएनएल के बंद बड़े मोबाइल टावर होंगे फोर-जी, विभाग ने शुरू की तैयारी
बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति खराब होने से पिछले दो साल से टेलीफोन एक्सचेंजों और टावर के किराए का भुगतान नहीं किया गया है। इससे कई मालिकों ने मोबाइल टावर को बंद करा दिया है। जिले के छह स्थानों के टावर बंद पड़े हुए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। बीएसएनएल ने फिर से पुराने तेवर में आने की तैयारी शुरू कर दी है। जहां भी टू जी या थ्री जी के मोबाइल टावर बंद पड़े हुए हैं, उसके स्थाना पर फोर जी टावर लगाए जाएंगे।
बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति खराब होने से पिछले दो साल से टेलीफोन एक्सचेंजों और टावर के किराए का भुगतान नहीं किया गया है। इससे कई मालिकों ने मोबाइल टावर को बंद करा दिया है। जिले के छह स्थानों के टावर बंद पड़े हुए हैं। शहर के खुशहालपुर का एक थ्री जी मोबाइल टावर बंद पड़ा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों के टू जी के पांच टावर भी बंद पड़े हुए हैं। सरकार से धीरे-धीरे आर्थिक मदद मिलने के बाद बीएसएनएल प्रबंधन फिर से सिस्टम को ठीक करने की तैयारी में जुट गया है। बंद टावर के स्थान पर फोर जी का टावर लगाने की तैयारी की जा रही है। यह टावर देश के कुछ स्थानों पर अतिरिक्त पड़े हुए हैं, वहां से लाकर लगाए जाएंगे।
बता दें सरकार ने कुछ राज्यों में फोर जी चलाने के लिए लाइसेंस जारी किए हैंं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फोर जी टावर लगाने की स्वीकृति मिल चुकी है। बजट के अभाव में में फोर जी के उपकरण अभी पूरी तरह नहीं पहुंच पाए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, आगरा क्षेत्र कुछ स्थानों पर फोर जी टावर लगे हुए हैं। सरकार से आर्थिक सहायता मिलनी शुरू होने के बाद बीएसएनएल सेवा में फिर से सुधार होने की संभावना बढ़ी है। उप महाप्रबंधक बीके शर्मा ने बताया कि जिले के छह टावर बंद हैंं, उसे फिर से चालू किया जाना है। दूसरे स्थान से लाकर फोर जी टावर लगाने पर विचार किया जा रहा है।