यूपी में रोजगार के मामले में पहल करने वाली पहली जिला पंचायत बनी मुरादाबाद, युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर दिलाएगी रोजगार

Moradabad District Panchayat जिला पंचायत का जिम्मा ग्रामीण क्षेत्र के विकास है। लेकिन मुरादाबाद जिला पंचायत ने कौशल विकास से जोड़कर ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए एक अच्छी पहल की है। यूपी में रोजगार के लिए पहल करने वाली मुरादाबाद पहली जिला पंचायत है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 12:50 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 12:50 PM (IST)
यूपी में रोजगार के मामले में पहल करने वाली पहली जिला पंचायत बनी मुरादाबाद, युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर दिलाएगी रोजगार
इसी महीने प्रशिक्षण दिलाकर बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का काम शुरू होगा।

मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad District Panchayat : जिला पंचायत का जिम्मा ग्रामीण क्षेत्र के विकास है। लेकिन, मुरादाबाद जिला पंचायत ने कौशल विकास से जोड़कर ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए एक अच्छी पहल की है। उत्तर प्रदेश में रोजगार के लिए पहल करने वाली मुरादाबाद पहली जिला पंचायत है। जिला पंचायत सदस्यों से भी इसके लिए सहयोग लिया जा रहा है। इसके लिए खाका तैयार लिया है। इसी महीने बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिलाकर रोजगार से जोड़ने काम शुरू कर दिया जाएगा।

भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन के तहत कौशल विकास योजना के तहत जिला पंचायत ने ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए काम शुरू कर दिया है। जिला पंचायत सदस्यों के माध्यम से हास्पीलिटी, आटो मोबाइल, इलेक्ट्रीशियन आदि ट्रेडों में काम करने के लिए प्रशिक्षण लेने के लिए 437 युवकों के नाम मिल गए हैं। इन्हें प्रशिक्षण दिलाने के लिए आइटीआइ के प्राचार्य से बात भी हो चुकी है। इन बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिलाने के बाद जिला पंचायत आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगी।

इसके अलावा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना पर भी जिला पंचायत ने काम करना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत 18 से अधिक आयु के कारीगरों व श्रमिकों को छह दिवसीय निश्शुल्क प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इनमें बढ़ईगीरी, दर्जी, गहने आभूषण बनाने, लोहार, कुम्हारीकला, हलवाई, टोकरी बनाने, बाल काटने, जूता-चप्पल बनाने व हस्तशिल्प कारीगर शामिल हैं। प्रशिक्षण दिलाने के बाद जिला पंचायत इन सबको खुद का कारोबार शुरू करने को मुद्रा योजना से 10 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराएगी। प्रशिक्षण के बाद सभी को ट्रेड के अनुसार टूल किट दिलाकर आत्मनिर्भर बनाने का काम जिला पंचायत करेगी।

अपर मुख्य अधिकारी शिशुपाल शर्मा ने बताया कि जिला पंचायत के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए पहल कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष डा. शैफाली सिंह के प्रयास से यह संभव हो रहा है। इसमें अन्य विभागों का सहयोग भी लेंगे। जिला पंचायत सदस्यों के माध्यम से बेरोजगारों की सूची आ गई है। जल्द ही प्रशिक्षण कराकर युवकों को रोजगार से जोड़े जाने का काम शुरू हो जाएगा। 

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