मुरादाबाद नगर निगम के दावों पर भारी पड़ेगी मानसून की दस्तक, बारिश में खुलेगी दो करोड़ की मरम्मत की हकीकत
मानसून करीब है। जिससे बारिश के दौरान शहर में जलभराव कम से कम हो इसको लेकर नगर निगम प्रशासन के नाले पूरी तरह साफ नहीं हुए हैं। 20 मई को बारिश में शहर की कालोनियों से लेकर मुहल्ले जल मग्न हो गए थे। शहर में 33 भूमिगत नाले हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। मानसून करीब है। जिससे बारिश के दौरान शहर में जलभराव कम से कम हो इसको लेकर नगर निगम प्रशासन के नाले पूरी तरह साफ नहीं हुए हैं। 20 मई को बारिश में शहर की कालोनियों से लेकर मुहल्ले जल मग्न हो गए थे। शहर में 33 भूमिगत नाले हैं। 124 खुले नालों में 24 बड़े और 100 छोटे नाले हैं। लेकिन, खुले नालों की 80 फीसद और भूमिगत की 20 फीसद ही सफाई हुई है।
नालों की सफाई, मरम्मत के लिए दो करोड़ रुपये बजट में रखे गए थे। अब मानसून की दस्तक होने पर यह दो करोड़ कितने कारगर होंगे, यह बारिश बताएगी। प्री मानसून की बारिश 20 मई को हुई थी। तब पाश कालोनी रामगंगा विहार का ए ब्लाक, आशियाना, कांठ रोड, बैंक कालोनी, शिव महाकालोनी समेत पुराने शहर में तहसील स्कूल, जीएमडी रोड, अशोक नगर, बुद्ध बाजार में जलभराव हुआ था।
जलभराव से राहत के लिए क्यूआरटी को किया एक्टिव
नगर निगम जलभराव रोकने को टीमों को एक्टिव कर दिया है। क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) को निर्देश दिए हैं पुलिया, नाला चोक होने पर संसाधनों के माध्यम से जलभराव से राहत दिलाने लापरवाही न बरती जाए। पुलियों को बांस, पंजी, फाबड़ी के अलावा जेसीबी मशीन से नाले व पुलियों को साफ करने के निर्देश दिए। पिछले साल क्यूआरटी टीम बनाई गई थी। लेकिन, इसके बाद भी शहर में होने वाले जलभराव की शिकायत पर क्यूआरटी नहीं पहुंची थी। शिकायतें दस पहुंचती थी और जाती एक जगह थी
जबकि 11-11 सफाई कर्मचारियों की हर वार्ड के हिसाब से क्यूआरटी टीम बनाई थी। इसके अलावा नगर आयुक्त संजय चौहान ने नाला सफाई की समीक्षा की। इस बात पर विशेष बल दिया है कि पुलियों के आसपास कूड़ा न अटकने पाए। बार-बार सफाई कराते रहें। जिससे जल निकासी का फ्लो बना रहे। इसके अलावा रामगंगा विहार में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया गया। रामगंगा में गिरने वाले नाले की सफाई के लिए अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने निर्देश दिए हैं।
जलभराव की शिकायत के लिए कंट्रोल रूम नंबर
नगर निगम ने जलभराव की शिकायत के लिए कंट्रोल रूम नंबर 9105900538 जारी किया है। हालांकि यह नंबर पुराना है लेकिन, इस नंबर पर पहुंचने वाली शिकायतों को कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी आगे तक पहुंचाने में लापरवाही करते हैं। वहीं शिकायत सफाई निरीक्षक तक पहुंच भी जाए तो समाधान में फिर भी नहीं होता।
मानसून से पहले जलभराव रोकने के लिए जरूरी संसाधन टीमों को मुहैया कराए जाएंगे। क्यूआरटी पुलिया चोक होने की सूचना पर मौके पर जाएगी और इसकी रिपोर्ट संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को भी दी जाएगी। संजय चौहान, नगर आयुक्त