MJP Ruhelkhand University : सीट लॉक कराने से वंचित रह गए स्नातक और परास्नातक के पंजीकृत छात्रों को एक और मौका, जल्द उठाएं लाभ
महाविद्यालयों की गलती से स्नातक और परास्नातक के सीट लॉक कराने से किसी कारणवश छूट गए छात्र-छात्राओं को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने एक और मौका दिया है। सीट लॉक कराने से वंचित छात्र नौ अप्रैल से 13 अप्रैल तक अपनी सीट लॉक करा सकेंगे।
मुरादाबाद, जेएनएन। महाविद्यालयों की गलती से स्नातक और परास्नातक के सीट लॉक कराने से किसी कारणवश छूट गए छात्र-छात्राओं को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने एक और मौका दिया है। सीट लॉक कराने से वंचित छात्र 13 अप्रैल तक अपनी सीट लॉक करा सकेंगे।
दरअसल पूर्व में छात्र-छात्राओं का पंजीयन होने के बाद भी तकनीकी खामियों के कारण तमाम छात्र-छात्राओं की सीट लॉक नहीं हो पाई थी। जिससे उनका परीक्षा फार्म भी अभी तक नहीं भरा गया है। केजीके कालेज में करीब 20 छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिनकी सीट लॉक नहीं होने वह कालेज से लेकर विश्वविद्यालय के चक्कर काटने को मजबूर थे। अब विश्वविद्यालय ने उनकी सुनवाई करते हुए एक मई से शुरू होने जा रही परीक्षाओं से पहले सीट लॉक करने का मौका देकर साल खराब होने से बचाने का प्रयास किया है। इससे अब ऐसे छात्र विश्वविद्यालय के पोर्टल पर सीट लॉक कराकर प्रवेश व परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। लेकिन, इसके लिए विलंब शुल्क 1500 रुपये देना होगा। लेकिन, विश्वविद्यालय के कुल सचिव के पत्र में स्पष्ट है कि कालेजों को अपनी गलती स्वीकार करते हुए अर्थदंड का वहन कालेज को अपने आप करना होगा। प्रत्यावेदन में यह भी उल्लेख करना होगा कि छात्र कालेज में पंजीकृत है और नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हो रहा था। भविष्य में कालेजों द्वारा प्रवेश प्रक्रिया बंद होने के बाद प्रवेश लेने वाले छात्रों का डाटा लॉगिन से डाउनलोड करके मिलान कराया जाएगा। साथ ही बताना होगा कि भविष्य में गलती पाई गई तो समय से उसका निस्तारण करेंगे। ताकि परीक्षा के समय परीक्षार्थियों को समस्या न हो। सीट लॉक कराने वाले छात्रों सूची समेत विलंब शुल्क का ड्राफ्ट विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी के नाम व पते पर भेजा जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुल सचिव का पत्र प्राप्त हुआ है। 13 अप्रैल तक सीट लॉक कराने से चूके पंजीकृत छात्रों को एक मौका और दिया गया है। इसके बाद सीट लॉक छात्र स्तर से नहीं होती है तो वह इसके स्वयं उत्तरदायी होंगे।
डॉ.योगेंद्र सिंह, प्रवेश प्रभारी, केजीके कालेज
अभी ऐसे छात्रों की जानकारी मेरे पास नहीं है। पंजीयन के बाद जिन छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया था वह 99 फीसद फीस वापस ले चुके हैं। फिर भी अगर कोई पंजीकृत छात्र सीट लॉक कराने से रह गया था तो इसको चेक कराया जाएगा।
डॉ.बीबी सिंह, प्राचार्य, हिंंदू कालेज