मुरादाबाद में एमआइटी के छात्रों ने दृष्टिबाधितों के लिए बनाया अनूठा चश्मा, ये है खासियत
मुरादाबाद एमआइटी के छात्रों ने दृष्टबाधितों के लिए एक विशेष चश्मा तैयार किया है। इस चश्मे की अपनी खासियत है। यह सामने दिखने वाले की तस्वीर लेकर उसके बारे में व्यक्ति के कान में जानकारी देता है। इससे दृष्टिबाधितों को काफी सहूलियत मिलेगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्रों ने एआइसीटीइ विश्वकर्मा अवार्ड्स के अंतिम चरण तक पहुंच कर तकनीकी ज्ञान का प्रदर्शन किया है। एआइसीटीई के स्किल डेवलपमेंट सेल द्वारा विभिन्न चरणों की स्क्रीनिंग के बाद अंतिम 85 प्रोजेक्ट में चयन हुआ। इसके तहत बनाए गए दृष्टबाधितों के लिए उन्होंने एक विशेष चश्मा तैयार किया है। इस चश्मे की अपनी खासियत है। यह सामने दिखने वाले की तस्वीर लेकर उसके बारे में व्यक्ति के कान में जानकारी देता है।
प्रोजेक्ट सुपरवाइजर डाॅ. एलपी वर्मा ने बताया कि छात्रों ने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए कैमरे व डीप लर्निंग की मदद से ऐसे चश्मा तैयार किया है। यह चश्मा लगाने के बाद सामने की वस्तु के चित्र लेकर हैडफोन की मदद से व्यक्ति के कान में सामने वाली वस्तु के बारे में जानकारी दी जाती है। इससे दृष्टिबाधित व्यक्ति को वस्तुओं के साथ प्रकृति को समझने में आसानी होगी। वह देखे बिना ही सुनकर उस वस्तु की कल्पना अपने मन में कर सकेंगे। यह उपकरण कंप्यूटर साइंस अंतिम वर्ष के ऋत्विक दयाल (टीम लीडर), राघव अग्रवाल, तान्या भसीन, व श्रुति गुप्ता की टीम ने एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. एलपी वर्मा के सुपरविज़न में बनाया। कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. सोमेश कुमार ने बताया कि विभाग के छात्रों ने अपने मेहनत के बल पर कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीती हैं, उम्मीद है इस बार भी सफलता मिलेगी। संस्थान के निदेशक डाॅॅ. रोहित गर्ग ने सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।