मुरादाबाद में गड़बड़ी कर रहे मीटर रीडर, जानिये कैसे उपभोक्ता को बना रहे बेवकूफ
Meter Readers Messing up in Moradabad मीटर रीडिंग लेने अगर कर्मचारी आता है तो खुद भी मीटर देखें। आजकल मीटर में रीडिंग स्टोर करके उपभाेक्ताओं के नाम का बिल फाड़ा जा रहा है। इसको लेकर अधीक्षण अभियंता ने गंभीरता दिखाई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Meter Readers Messing up in Moradabad : मीटर रीडिंग लेने अगर कर्मचारी आता है तो खुद भी मीटर देखें। आजकल मीटर में रीडिंग स्टोर करके उपभाेक्ताओं के नाम का बिल फाड़ा जा रहा है। इसको लेकर अधीक्षण अभियंता ने गंभीरता दिखाई है। उन्होंने मीटर रीडिंग लेने वाले कर्मचारियों की सूची मांगने के साथ ही क्षेत्रवार चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया है। शहर में एक लाख 84 हजार उपभोक्ता हैं। शहर में 90 मीटर रीडर हैं। चार सुपरवाइजर हैं। प्रतिदिन सुपरवाइजर मीटरों की चेकिंग करेंगे। जिससे पता चल सके कि किस रीडर ने मीटर में रीडिंग स्टोर की है।
मीटर रीडरों की क्रास चेकिंग को सुपरवाइजर देखेंगे। इसके बाद संबंधित क्षेत्र के एसडीओ भी अपने स्तर पर मीटर चेक करने के लिए जाएंगे। हालात ये हैं कि मीटर रीडरों की चालाकी का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। इसको लेकर बिजली विभाग पूरी तरह गंभीर है। गली-मुहल्लों से रीडिंग के नाम पर वसूली करने वाले रीडर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। रीडर अगर हर घर से 50 रुपये लेता है। पॉश कालोनी में कोई पैसा नहीं देता है।
शहरी क्षेत्र की घनी आबादी में लोग फजीहत से बचने के लिए 20 से 50 रुपये दे देते हैं। जिससे मीटर रीडर कम यूनिट भरकर बिल बना देते हैं। इसका नुकसान उपभोक्ता को ही भुगतना पड़ता है। अधीक्षण अभियंता संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए रीडिंग की व्यवस्था की गई है। मीटर रीडर अगर उपभोक्ता के मीटर में रीडिंग स्टोर करता है तो उसका खामियाजा उपभोक्ता को ही भुगतना पड़ता है। इसलिए अपनी रीडिंग खुद भी चेक करें। रेंडम चेकिंग कराई जाएगी। गड़बड़ पकड़ में आई तो मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।