मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय में मीडिया कर्मी के साथ मारपीट, मामले की जांच में जुटी पुलिस
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय में एक मीडिया कर्मी को अवर अभियंताओं ने घेर लिया। विरोध करने पर उसके साथ हाथापाई कर दी। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। मीडिया कर्मी ने मारपीट करने के आरोपितों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय में एक मीडिया कर्मी को अवर अभियंताओं ने घेर लिया। विरोध करने पर उसके साथ हाथापाई कर दी। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। बाद में एमडीए सचिव के कक्ष में बैठाकर मीडिया कर्मी से समझौता करने की कोशिश की गई। पीड़ित मीडिया कर्मी ने मारपीट करने के आरोपितों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी है।
गुरुवार को थाना गलशहीद थाना क्षेत्र के रहने वाला मीडिया कर्मी मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कार्यालय पहुंचा था। आरोप है कि एमडीए के कई अवर अभियंताओं ने उसे घेर लिया। वे खबरों का हवाला देकर हाथापाई गाली गलौज की। जब उसने वीडियो बनाने की कोशिश की तो मोबाइल तोड़ दिया और मारपीट की। खबर छापने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी। मीडिया कर्मी की सूचना मिलने पर सिविल लाइंस थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन, तब तक मारपीट करने वाले आरोपित कार्यालय से चले गए। एमडीए के दो अधिकारियों ने मीडिया कर्मी को सचिव के कक्ष में बैठाकर समझौता कराने का प्रयास किया। हाथापाई के शिकार मीडिया कर्मी ने सभी आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि घटना के समय कार्यालय में नहीं था। घटना के बारे में मुझे बाद में पता लगा। सिविल लाइंस थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत मिली है, मामले की जांच की जा रही है।
अवर अभियंताओं ने लगाया शोषण करने का आरोप : एमडीए के अवर अभियंताओं ने उपाध्यक्ष को पत्र देकर मीडिया कर्मी, आरटीआइ एक्टिविस्टों और आइजीआरएस एक्टिविस्टों पर शोषण करने का आरोप लगाया है। जेई राजन सिंह, राजेंद्र प्रसाद यादव, एनपी सिंह, गिरीश कुमार पांडेय, मुकेश सक्सेना. रामप्रकाश, केके शुक्ला का कहना है कि आरोपितों में महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपित गैंग बनाकर प्राधिकरण के अवर अभियंताओं के प्रतिमाह वसूली करते हैं। आइजीआरएस पर शिकायतें करके परेशान कर रहे हैं। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने प्रभारी निरीक्षक, थाना सिविल लाइंस को पत्र लिखकर जांच करने के बाद कार्रवाई करने के लिए कहा है।