MDA News : किस्तें जमा करने के लिए डिफाल्टरों को फिर मौका देगा एमडीए, समय से उठाएं लाभ
एमडीए ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही डिफाल्टरों की सूची तैयार करके 31 मार्च तक बकाया धनराशि जमा करके अपने घरों का बैनामा कराने को कहा था। इससे पहले मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने 609 आवंटियों को नोटिस जारी किए थे।
मुरादाबाद, जेएनएन। एमडीए छूटी किस्तें जमा करके अपने घरों का बैनामा कराने के लिए गरीब डिफाल्टरों को एक और मौका देने जा रहा है। आवंटियों को कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से यह राहत मिलने जा रही है। इसका फायदा उठाकर जल्द बकाया धनराशि जमा करके अपने घर का बैनामा करा सकते हैं।
एमडीए ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही डिफाल्टरों की सूची तैयार करके 31 मार्च तक बकाया धनराशि जमा करके अपने घरों का बैनामा कराने को कहा था। इससे पहले मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने 609 आवंटियों को नोटिस जारी किए थे। उस वक्त एकमुश्त समाधान योजना में अपना पंजीकरण कराने की सलाह दी गई थी। इस योजना में पंजीकरण कराने वाले आवंटियों को किस्तों की धनराशि के ब्याज में छूट मिलती है। सिर्फ 300 लोगों ने ही पंजीकरण कराया। आजाद नगर योजना के ही तमाम ऐसे आवंटी हैं, जिन्होंने एक किस्त के बाद कोई धनराशि जमा नहीं की है। यहां तक कि वे अपने मकान भी 10 रुपये के स्टाम्प पर बेचकर चले गए। अब आवंटियाें का पता ही नहीं लग रहा है। एमडीए आवंटियों के नाम नोटिस जारी करता है। हालत यह है कि 60 हजार रुपये कीमत वाले मकानों पर ढाई से तीन लाख रुपये तक बकाया हो गया है। एमडीए के बाबू भी इसमें बड़ा खेल कर रहे हैं। वह बकाएदारों को झांसा देकर कन्फ्यूज करते रहे हैं। एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि डिफाल्टर ज्यादा गरीबी की रेखा से नीचे जीवन ज्ञापन करने वाले हैं। काेरोना संक्रमण काल में उनके आवासों का आवंटन निरस्त करना ठीक नहीं है। इसलिए कोरोना संक्रमण निपटने के बाद सभी को बकाया धनराशि जमा करने का एक मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी बकाया धनराशि जमा नहीं होने पर आवंटन निरस्त करने का फैसला होगा।