सात सालों से एमडीए को नहीं मिले 818 आवासों के खरीदार Moradabad news

आवासों में लगाई गई लागत वापस न मिलने के कारण लैंड बैंक भी शून्य हो गया है। हालांकि एमडीए ने जिन योजनाओं को नए सिरे से शुरू करने का दावा किया था

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 16 Feb 2020 09:12 AM (IST) Updated:Sun, 16 Feb 2020 09:12 AM (IST)
सात सालों से एमडीए को नहीं मिले 818 आवासों के खरीदार Moradabad news
सात सालों से एमडीए को नहीं मिले 818 आवासों के खरीदार Moradabad news

रितेश द्विवेदी,मुरादाबाद:  मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने बीते सात सालों से तीन योजनाओं में आलीशान फ्लैट बनाकर तैयार किए थे लेकिन, इनको लेने के लिए एक भी खरीदार नहीं पहुंचा। आवासों को बेचने के लिए अफसरों ने अब पहले आओ-पहले पाओ की योजना शुरू की है। इसके बाद भी आवंटियों को लुभाने में वह कामयाब नहीं हो पा रहा है। इसकी बड़ी वजह योजनाओं का शहर से बाहर और कीमत ज्यादा होना माना जा रहा है।

एमडीए ने बीते वर्ष दिसंबर में 818 आवासों की बिक्री के लिए पहले आओ-पहले पाओ योजना शुरू किया था लेकिन, दो माह बीत जाने के बाद भी आवेदक एमडीए नहीं पहुंच रहे हैं। हालांकि अफसरों ने इस स्कीम को आगामी 31 मार्च 2020 तक लागू रखने का निर्णय लिया है। अफसरों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो योजना की तिथि बढ़ाई जाएगी। 

कीमत और शहर से दूरी भी बड़ा कारण

फ्लैट और आवासों की बिक्री न होने के पीछे सबसे बड़ा कारण आवासों का निर्माण शहर की मुख्य योजनाओं से बाहर होने के कारण भी नहीं हो पा रहा है। वहीं जिस कीमत पर एमडीए फ्लैट बेच रहा है,उतनी कीमत पर आबादी के अंदर आवास मिल जाता है।

पांच अरब से ज्यादा निर्माण लागत

एमडीए ने बीते दस सालों में इन आवासों के निर्माण और संरक्षण में पांच अरब रुपये से ज्यादा की धनराशि को खर्च किया है लेकिन, इतना भारी बजट खर्च करने के बाद एमडीए को अभी तक वापस कुछ नहीं मिला है। 

नया मुरादाबाद योजना में सबसे ज्यादा आवास

दिल्ली रोड स्थित नया मुरादाबाद योजना में सबसे ज्यादा फ्लैट खाली पड़े हैं। इस योजना में एमडीए के आठ अलग-अलग सेक्टरों में एलआइजी, एमआईजी के साथ सिंगल स्टोरी आवास बनाए हैं। इन आठ सेक्टरों में 357 आवास और फ्लैट पहले आओ-पहले पाओ योजना के तहत दिए जा रहे हैं।

समाजवादी आवासों में 40 करोड़ रुपये खर्च

एमडीए ने साल 2014 में 40 करोड़ खर्च कर समाजवादी अफोर्डेबल आवास योजना शुरू की थी। इसके तहत जनपद में 205 फ्लैट बनाए गए थे। इस योजना की बिक्री के लिए प्राधिकरण ने एक आवास की कीमत 16 से 18 लाख रुपये निर्धारित की थी। इस योजना में कुछ आवासों की बिक्री हुई थी लेकिन, बाद में जिन आवंटियों ने फ्लैट लिए थे,उनके द्वारा सरेंडर भी कर दिया गया था। 

खाली पड़े आवासों का विवरण 

योजना नाम -नया मुरादाबाद

क्षेत्रफल -30 से 162 वर्ग मीटर

आवासों की संख्या-357

कीमत- 6 से 54 लाख रु.

योजना का नाम-एक विहार दक्षिण

क्षेत्रफल-    66 वर्ग मीटर

आवासों की संख्या-205

कीमत- 16 से 18 लाख रुपये

योजना का नाम-मझोला

क्षेत्रफल- 23.82 वर्ग मीटर

आवासों की संख्या-256

कीमत- 23 लाख 82 हजार रुपये

एमडीए की तीन योजनाओं में 818 फ्लैट खाली पड़े हैं। इनकी बिक्री के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। आवंटियों की सुविधा के लिए पहले आओ पहले पाओ स्कीम चलाई जा रही है। जो भी पहला व्यक्ति आवेदन करेगा,उसे आवास उपलब्ध कराया जाएगा।

प्रेरणा शर्मा, सचिव, एमडीए

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