कोरोना संक्रमण के बाद बाजार में आया बदलाव, मुरादाबाद के निर्यातक उत्पादों में करेंगे नया प्रयोग
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया के मार्केट ट्रेंड में कई बड़े बदलाव किए हैं। 2022 की फेयर को लेकर ईपीसीएच गंभीर है। वेबिनार में एक्सपर्ट ने मार्केट के बारे में बताया। वहीं उत्पाद की डिजाइनिंग में भी परिवर्तन करने के लिए भी सुझाव दिए।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया के मार्केट ट्रेंड में कई बड़े बदलाव किए हैं। 2022 की फेयर को लेकर ईपीसीएच गंभीर है। वेबिनार में एक्सपर्ट ने मार्केट के बारे में बताया। वहीं उत्पाद की डिजाइनिंग में भी परिवर्तन करने के लिए भी सुझाव दिए। फेयर में आने वाले ग्राहकों को बेहतर डिजाइन देखने को मिलेंगे।
वायरस की वजह से अब सुख, साधन, बचाव और समुदाय को ध्यान में रखकर ही उत्पाद बनाने होंगे। बड़ी संख्या में उपभोक्ता अपनी जरूरतों और अपनी इच्छा को तौलते हुए ही खरीदारी करेंगे। सफल डिजाइन, उत्पादों के जीवन चक्र के प्रत्येक चरण की अधिकतम उपयोगिता के साथ जलवायु प्रभाव और कचरे को कम करने पर ध्यान केंद्रित करेंगी। स्प्रिंग-समर 22 अपूर्व महामारी के कारण बड़े उपभोक्ता बदलावों से प्रभावित होंगे। डिजाइन के लिए नई और तेज गति से प्राथमिकताएं देखने को मिलेंगी। सांसारिक व्यापार में बदलाव से फैशन के उपभोग में भी आमूल परिवर्तन आएगा। लोकल रिडिफाइन शब्द को न केवल भौतिक बल्कि सामाजिक रूप से भी करीब से देखा जाएगा। डिजाइन ब्यौरे और हार्डवेयर पुर्जे, जुड़े हुए घटकों और उद्देश्यपूर्ण मौलिक पुर्नउपयोग के रूप में समस्या-समाधान डिजाइन के जरिए इनसे जुड़ी कुछ नई चुनौतियों के बारे में बताया गया। ईपीसीएच महानिदेशक डॉ राकेश कुमार ने कहा डब्ल्यूजीएसएन उपभोक्ताओं के व्यवहार को प्रभावित करने वाले परिवर्तन के संकेतों की लगातार निगरानी कर रहा है। आने वाले वर्षों में लोगों को कैसे उत्पाद, अनुभव और सर्विस चाहिए, डब्ल्यूजीएसएन इसकी सटीक भविष्यवाणी करता हैं। ईपीसीएच अध्यक्ष रवि के पासी ने प्रतिभागियों को बताया कि हस्तशिल्प और फैशन ज्वैलरी सेगमेंट के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नवीनतम ट्रेंड पूर्वानुमान बहुत महत्वपूर्ण है। ईपीसीएच अपने सदस्य को नवीनतम प्रवृत्ति पूर्वानुमान पर अपडेट करने के प्रयासों में सक्रिय है। इसमें डब्ल्यूजीएसएन में दक्षिण एशिया की अकाउंट मैनेजर उर्वशी गुप्ता, डब्ल्यूजीएसएन की निष्ठा दूसेजा रहीं।