सिंहासन खाली करो जनता आती है का नारा देने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण राजनीति को सेवा का माध्यम मानते थे
Birthday Celebration of Loknayak Jayaprakash Narayan सोमवार को समाजवादी पार्टी के चक्कर की मिलक स्थित कार्यालय पर समाजवादी आंदोलन के महानायक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाई गई। सपा के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके याद किया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Birthday Celebration of Loknayak Jayaprakash Narayan : सोमवार को समाजवादी पार्टी के चक्कर की मिलक स्थित कार्यालय पर समाजवादी आंदोलन के महानायक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाई गई। सपा के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके याद किया। जयप्रकाश का लक्ष्य राष्ट्रीयता की भावना एवं नैतिकता की स्थापना करना था, राजनीति को वे सेवा का माध्यम बनाना चाहते थे।
जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने कहा आजादी के आंदोलन से हमें ऐसे बहुत से नेता मिले, जिनके प्रयासों के कारण ही यह देश आजाद हो सका। ऐसे नेताओं में जीवनभर संघर्ष करने लोकनायक जयप्रकाश नारायण थे। वह अपने त्यागमय जीवन के कारण मृत्यु से पहले ही स्मरणीय बन गए थे। महात्मा गांधी और जयप्रकाश नारायण दो नेताओं को जीवन भर याद रखा जाएगा। सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद वे 1974 में सिंहासन खाली करो जनता आती है’ के नारे के साथ मैदान में उतरे तो सारा देश उनके पीछे चल पड़ा। लोकनायक जयप्रकाश की समस्त जीवन यात्रा संघर्ष तथा साधना से भरपूर रही।
उन्होंने भारतीय राजनीति को ही नहीं बल्कि आम जनजीवन को एक नई दिशा दी, नए मानक गढ़े हैं। जिला महासचिव मुदस्सिर खान ने कहा कि जयप्रकाश समूचे भारत में ग्राम स्वराज्य का सपना देखते थे और उसे आकार देने के लिए अथक प्रयत्न भी किए। गोष्ठी में गुलजार अहमद, लुकमान खान, सतपाल यादव, उस्मान अली, यूसुफ खलीफा, नाग भारती, सुनीता सिंह, समीर शर्मा, तरुण मदान, हारून सैफी, जिगरी मलिक, मोहित गौड़, संजीव एमलाल, संजीव दिवाकर आदि मौजूद रहे।