असलहा जमा न करना पड़े, इसलिए तरह-तरह के बहाने बना रहे लाइसेंसधारक, कार्रवाई की तैयारी में पुलिस
पंचायत चुनाव में गांवों में बवाल न हो इसलिए अमरोहा पुलिस ने 7492 असलहे लाइसेंसधारकों से जमा करा लिए हैं जबकि 2838 असलहे अभी तक पुलिस जमा नहीं करा पाई है। शांतिभंग होने की आशंका को देखते हुए पुलिस संबंधित असलहाधारकों पर लगातार दबाव बना रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। पंचायत चुनाव में गांवों में बवाल न हो, इसलिए अमरोहा पुलिस ने 7492 असलहे लाइसेंसधारकों से जमा करा लिए हैं जबकि 2838 असलहे अभी तक पुलिस जमा नहीं करा पाई है। शांतिभंग होने की आशंका को देखते हुए पुलिस संबंधित असलहाधारकों पर लगातार दबाव बना रही है लेकिन, कोई बाहर होना तो कोई जल्द जमा कराने का बहाना बनाकर पुलिस को टरकाते आ रहे हैं। इसके अलावा मुरादाबाद समेत अन्य जिलों में भी ऐसे ही हालात हैं।
अमरोहा में 19 अप्रैल को मतदान होगा। जिसको शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। चूंकि ग्राम प्रधान पद को लेकर अक्सर गांवों में विवादों की स्थिति बन जाती हैं। ऐसे में लोग अपने लाइसेंसी असलहों का भी प्रयोग कर देते हैं। गांवों में बवाल होने की आशंकाओं को देखते हुए ही पुलिस ने चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही शस्त्र लाइसेंसधारकों से असलहे जमा करने को टोकना शुरू कर दिया था। यहां बता दें कि जिले में 10330 शस्त्र लाइसेंस हैं। जिनमें से पुलिस 7492 असलहों को जमा करा चुकी है। इसमें थानों पर 3479 व दुकानों पर 4013 असलहे जमा किए गए हैं। 2838 अभी जमा करने से रह गए हैं। पुलिस संबंधितों को मोबाइल पर फोन कर असलहा जमा करने के लिए कह रही है तो उनके द्वारा बहानेबाजी की जा रही है। कोई जनपद से बाहर होने की बात कहकर पुलिस से पीछा छुड़ा रहा है तो कोई जल्द जमा करने की बात कहकर। कोई शहर में रहना बताकर असलहा जमा करने से कतरा रहा है। हैरानी की बात ये है कि पुलिस भी मामले को लेकर सुस्ती दिखा रही है। अगर किसी गांव में कोई घटना हो गई और लाइसेंसी असलहों का उपयोग हुआ तो फिर उसको कार्रवाई की याद आएगी।
असलहा जमा कराने का काम पुलिस द्वारा किया गया है। काफी असलहे जमा हुए हैं। जिनके द्वारा शस्त्र जमा नहीं किया जा रहा है, उन पर कार्रवाई होगी। इसलिए बेहतर होगा कि सभी लोग असलहे जमा कर दें।
उमेश मिश्र, जिलाधिकारी