Leopard in Moradabad : मुरादाबाद मेंं बीच सड़क पर चहलकदमी करते दिखा तेंदुआ, राहगीरों और वाहन चालकों के छूटे पसीने

Leopard Seen Walking on Road in Moradabad मुरादाबाद के मैनाठेर थाना क्षेत्र के के डीगरपुर पाकबड़ा मार्ग पर शनिवार रात तेंदुआ टहलता दिखाई दिया। राहगीरों ने तेंदुए को देखा तो जहां के तहां ठहर गए। वाहन चालकों ने अपनी अपनी गाड़ी रोक दी।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 01:30 PM (IST)
Leopard in Moradabad : मुरादाबाद मेंं बीच सड़क पर चहलकदमी करते दिखा तेंदुआ, राहगीरों और वाहन चालकों के छूटे पसीने
मैनाठेर के डींगरपुर पाकबडा रोड रसूलपुर हमीर के पास रोड पर चलता हुआ तेंदुआ। वीडियो ग्रैब

मुरादाबाद, जेएनएन। Leopard Seen Walking on Road in Moradabad : मुरादाबाद के मैनाठेर थाना क्षेत्र के के डीगरपुर पाकबड़ा मार्ग पर शनिवार रात तेंदुआ टहलता दिखाई दिया। राहगीरों ने तेंदुए को देखा तो जहां के तहां ठहर गए। वाहन चालकों ने अपनी अपनी गाड़ी रोक दी। कुछ देर बाद जब तेंदुआ अपने आप जंगल की ओर चला गया तब लोगों ने चैन की सांस ली और अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।

शनिवार की रात डींगरपुर पाकबडा रोड पर रसूलपुर हमीर के पास राहगीरों को एक अजीब सा जानवर जाता दिखा तो वे जहां के तहां रुक गए। कार सवारों ने लाइट की रोशनी में देखा कि अजीब सा जानवर सड़क पर चल रहा था। जिसे पास जाकर गाड़ी की लाइट से देखा तो वह जानवर तेंदुआ था। तेंदुए को बीच सड़क पर टहलता देख राहगीरों के पसीने छूट गए। मार्ग पर यातायात ठहर गया। जब तेंदुआ जंगल की ओर जाने लगा तब राहगीरों रे राहत की सांस ली। इसके बाद राहगीर बिलाल, अरहम, निज़ाम, रेहान नाज़िम नईम आदि लोग अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। तेंदुआ रसूलपुर हमीर के जंगल में गन्ने के खेत में घुस गया था। इसकी जानकारी होने पर आसपास की बस्ती के लोगों में दहशत व्याप्त हो गई। 

कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासक ने निकाले तीन लाख रुपये : प्रशासकों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपये निकालकर हड़पने की शिकायतें लगातार आ रही हैं। ऐसी ही एक ताजा मामला ग्राम पंचायत धारक नगला में सामने आया है, जहां एडीओ पंचायत व सचिव ने कार्यकाल समाप्त होने के बाद पंचायत भवन व मिट्टी के नाम पर तीन लाख की धनराशि निकाली ली है। 25 दिसंबर 2020 को ग्राम प्रधानों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद जनपद की सभी ग्राम पंचायतों में प्रशासकों को तैनाती दी गई थी। इस दौरान प्रशासकों ने ग्राम पंचायतों में अधूरे कार्यों को पूरा कराने की जिम्मेदारी दी थी। पंचायत चुनाव होने के बाद प्रशासकों कार्यकाल समाप्त कर दिया गया।

नए प्रधानों ने अपने ग्राम पंचायत की कमान संभाली तो उन्हें विकास कार्यों के नाम पर पैसे निकलने की जानकारी हो रही है। अब तक कई मामले तमाम मामले सामने आ गए है। डिलारी ब्लाक की ग्राम पंचायत धारक नगला में प्रशासक के रूप में तैनात एडीओ पंचायत व सचिव अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद 16 जून को पंचायत भवन निर्माण मिट्टी के लिए तीन लाख 16 हजार 17 रुपये ग्राम पंचायत निधि के खाते से निकाले गए है। इस मामले में जिला पंचायती राज अधिकारी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि प्रशासकों के कार्यकाल की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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