तेंदुए का खौफ ऐसा कि लोगों ने छोड़ दिया घरों से बाहर निकलना

सम्भल में तहसील क्षेत्र के गांव जलालपुर के ग्रामीणों ने तेंदुए के डर से खेतों पर जाना छोड़ दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 06:12 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 06:12 PM (IST)
तेंदुए का खौफ ऐसा कि लोगों ने छोड़ दिया घरों से बाहर निकलना
तेंदुए का खौफ ऐसा कि लोगों ने छोड़ दिया घरों से बाहर निकलना

मुरादाबाद : सम्भल में तहसील क्षेत्र के गांव जलालपुर के ग्रामीणों ने तेंदुए के डर से खेतों पर जाना छोड़ दिया है। अगर ग्रामीणों को खेतों से चारा लेने की जरूरत पड़ती है तो वह एकत्र होकर खेतों पर जा रहे है। गांव में दहशत का माहौल है। खेतों में तेंदुए के पंजों के निशान बने हुए है। लाठी डंडे लेकर लोग खेतों में घूम रहे है। वन विभाग के अफसर तीसरे दिन भी जंगल में छानबीन करते रहे। हैरानी की बात तो यह है कि तेंदुए को पकड़ने के लिए अभी ¨पजरा तक नहीं लगाया गया है। ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति नाराजगी है। दहशत में हैं ग्रामीण

सम्भल जिले के लखौरी जलालपुर और भारतल गांव के जंगलों में पिछले तीन दिनों से तेंदुए को देखा जा रहा है। जिसके बाद से लोगों में डर बना हुआ है। तीन दिन से वन विभाग की टीम गांव के जंगलों में छानबीन कर रही है। जगह-जगह खेतों में तेंदुए के पंजों के निशान बने हुए है। बुधवार को भी लखौरी भारतल के कुछ किसान खेतों पर पहुंचे तो तेंदुए को देखा गया। दो दिन पहले भी लोगों ने कार में बैठकर तेंदुए की जंगल में जाते हुए वीडियो बनाई थी। इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी अमरकांत ¨सह व वन दरोगा उस्मान अली, डिप्टी रेंजर डी.सी पांडेय, वन रक्षक राजबहादुर ¨सह गांव पहुंचे। उन्होंने गांव के जंगलों में पहुंचकर तेंदुए को तलाश किया। तेंदुए जंगल में झाड़ियों में छिप गया। तेंदुए के पंजों के निशान देखकर वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए के होने का दावा किया। उन्होंने ग्रामीणों से सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि जंगलों में अकेला न घूमे। अकेला देखकर तेंदुए हमला करता है। वन विभाग के अफसरों की लापरवाही भी साफ तौर पर देखी जा रही है। अभी तक जंगल में तेंदुए को पकड़ने के लिए ¨पजड़ा नहीं लगाया गया है। जिसकी वजह से ग्रामीण आक्रोशित है। कभी भी हमला कर सकता है तेंदुआ

हमारे गांव में पिछले तीन से तेंदुए को देखा जा रहा है। डर की वजह से कुछ लोगों ने अपने खेतों पर जाना छोड़ दिया है। हम लोगों को डर है कि अकेले खेत पर जाए तो तेंदुआ हमला कर सकता है। हमें अपनी जान गवांनी पड़ सकती है।

अजयपाल ¨सह, निवासी लखौरी

बनाई थी तेंदुए की वीडियो

मैंने खुद कार में बैठकर तेंदुए की वीडिया बनाई थी। उस वीडियो को मैंने वन विभाग के अधिकारियों को दिया। इसके बाद भी तेंदुए को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे है और नाहीं अभी तक ¨पजड़ा बनकर आया है।

निमित कुमार, निवासी लखौरी पिंजरा लगता तो होती आसानी

हमारे गांव में ईट भट्टे की खाली पड़ी भूमि के निकट जंगल में तेंदुआ अभी छिपा हुआ है। अफसर भी डर की वजह से उस झाड़ी में जाने से कतरा रहे है। अगर ¨पजड़ा लग जाता है तो तेंदुए आसानी से पकड़ में आ सकता है। वरना वह किसी पर हमला कर देगा।

सुरेश कुमार, निवासी लखौरी पंजे के निशान मिले : क्षेत्रीय वन अधिकारी

खेतों में जानवर के पंजों के निशान देखे गए। साफ तौर पर वह पंजों के निशान तेंदुए के है। तेंदुए को पकड़ने के लिए ¨पजड़ा बनवाया गया है। गुरूवार तक जंगल में ¨पजड़े को लगवा दिया जाएगा। उसमें बकरी या कुत्ते को बांधा जाएगा। जब वह उन्हें खाने के लिए पहुंचेगा तो वह कैद हो जाएगा। ग्रामीणों को सावधानी बरतने की जरूरत है। वन विभाग की दो टीमें दिन और रात में यहां लगाई गई है।

अमरकांत ¨सह, क्षेत्रीय वन अधिकारी

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