आदमखोर तेंदुए ने मुरादाबाद में फिर किया मासूम पर हमला, हालत गंभीर

मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में चौबीस घंटे के भीतर आदमखोर तेंदुए द्वारा फिर बच्ची पर हमला करने से खौफ का माहौल है और सरकारी तंत्र के खिलाफ गुस्सा भी पनप रहा है।

By RashidEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 08:30 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 08:30 PM (IST)
आदमखोर तेंदुए ने मुरादाबाद में फिर किया मासूम पर हमला, हालत गंभीर
आदमखोर तेंदुए ने मुरादाबाद में फिर किया मासूम पर हमला, हालत गंभीर

मुरादाबाद (जेएनएन) अब आदमखोर तेंदुए ने ढाई साल की बालिका पर हमला कर दिया। खेत पर बच्ची माता-पिता के पास खेल रही थी। अड़तालीस घंटे में दूसरी वारदात ने ग्रामीणों को हिला दिया है। गंभीर रूप से घायल बच्ची को सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है। गुस्साए ग्रामीणों ने फिर सड़क पर जाम लगाकर सरकारी तंत्र के खिलाफ नारेबाजी की।

परिवार वाले भिड़े तेंदुए से

 तहसील ठाकुरद्वारा के ग्राम बालापुर में सोमवार की सुबह दस वर्षीय बालक शिवा की मौत को लोग भूले भी नहीं थे कि बुधवार सुबह करीब दस बजे आदमखोर तेंदुए ने पड़ोस के गांव मुनीमपुर रायभूड़ में वीर सिंह सैनी की ढाई वर्षीय बेटी वंदना पर हमला कर दिया। वंदना अपने चार वर्षीय भाई निखिल के साथ खेत में खेल रही थी। पिता वीर सिंह, मां शशि समेत परिवार के अन्य सदस्य गन्ने का पत्ता उतार रहे थे। बच्चों की चीखें निकलते ही मां शशि देवी और पिता वीर सिंह तेंदुए से भिड़ गए। उनके साथ ही ताऊ जसवंत सिंह, हरिराज सिंह, भीम सिंह समेत किसानों ने तेंदुए को घेर लिया। चारों तरफ से घिरता देखकर तेंदुआ जबड़े में दबी वंदना को छोड़कर भाग गया। उसकी गर्दन में तेंदुए के दांतों के जख्म हो गए। घायल अवस्था में डायल-100 पुलिस बच्ची को लेकर सीएचसी पहुंची। प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। चिकित्साधीक्षक अंशू माली के अनुसार बच्ची की गर्दन पर जख्म हैं। टांके भरकर ड्रेसिंग कर टीटी और एआरबी इंजेक्शन लगाए हैं।

आक्रोशित ग्रामीणों ने किया वन अफसरों का घेराव

मुनीमपुर में बच्ची पर तेंदुए हमले के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने रोड पर आकर जाम लगा दिया। उन्होंने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और अफसरों का घेराव भी किया। ग्रामीणों ने करीब चार घंटे रोड जाम रखा। इस बीच वाहनों की लंबी लाइन लग गई।तहसील के ग्राम मुनीमपुर रायभूड़ में सुबह करीब नौ बजे तेंदुए ने वीर सिंह सैनी की ढाई वर्षीय बेटी वंदना पर हमला किया। इसके बाद परिजन बच्ची को लेकर रोड पर आ गए। उनके साथ ही ग्रामीणों की भीड़ भी रोड पर आ डटी। डायल-100 पुलिस वाहन घायल बच्ची को लेकर सीएचसी रवाना हो गई, दूसरी तरफ ग्रामीणों ने सुरजन नगर-डिलारी रोड पर बांस बल्लियां और ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी कर जाम लगा दिया और वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आदमखोर तेंदुए को मारने की मांग की।

वन अफसर का किया घेराव

वन क्षेत्राधिकारी दिनेश शर्मा के पहुंचने पर गुस्साए ग्रामीणों ने उनको घेरकर नारेबाजी की। कोतवाल मनोज कुमार समेत पुलिस ने बमुश्किल लोगों को शांत किया। दोपहर करीब एक बजे एसडीएम विनीता सिंह मौके पर पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों को तेंदुए को पकडऩे के लिए टीम बुलाने का आश्वासन दिया। इसके साथ फोन पर अस्पताल से बच्ची के पिता वीर सिंह सैनी से भीड़ की वार्ता कराई। बच्ची के खतरे से बाहर होने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण जाम खोलने पर रजामंद हुए। करीब साढ़े चार घंटे बाद यातायात सुचारू हो सका।

भाजपा जिला उपाध्यक्ष वीर सिंह सैनी ने वन विभाग से शीघ्र तेंदुआ पकडऩे की मांग की है। प्रधान पति जीत सिंह, जसवंत सिंह, भीम सिंह, प्रवीन सिंह, हरस्वरूप सिंह, शिवानी, हरकेश सिंह, हरचन सिंह, अनिल कुमार आदि थे।

तेंदुए ने दो बच्चों की ली जान, तीन को दिए जख्म

आदमखोर तेंदुआ अब तक पांच बच्चों पर हमला कर चुका है। इसमें दो बच्चों की जान ले चुका है, जबकि तीन को जख्म दे चुका है। दर्जनों पालतू जानवरों को भी निवाला बना चुका है।तहसील के ग्राम मुनीमपुर में बुधवार सुबह तेंदुए ने वीर सिंह की ढाई वर्षीय बेटी वंदना पर उस वक्त हमला कर जख्मी कर दिया, जब खेत पर कार्य कर रहे परिजनों के साथ खेल रही थी। यहां से करीब दो किमी के फासले पर 17 सितंबर की सुबह होरी सिंह के धेवते शिवा पर हमला कर दिया था। शिवा अपने मामा कुलदीप और अजय के साथ चारा लेने जा रहा था। मामा ने मुकाबला कर तेंदुए से शिवा को छुड़ा तो लिया था, लेकिन गर्दन पर गहरे जख्म होने की वजह से मौत हो गई थी। बालापुर से करीब ढाई किमी दूर नया गांव बहादुर नगर में मोहम्मद यामीन के तेरह वर्षीय बेटे सुहेल को 1 फरवरी की शाम तेंदुआ घर के पास से झपट ले गया था। उसको मारकर शरीर का काफी हिस्सा खा लिया। इसके बाद अब्दुल्लालपुर लेदा में मोहम्मद यूनुस के घर में घुसकर तेंदुआ दस वर्षीय बेटी अलफिजा को भी जख्मी कर चुका है। उधर रतुपुरा निवासी अंकित अपने नाना के घर खाईखेड़ा गया था तो तेंदुए ने हमलाकर जख्मी कर दिया था। वन विभाग की तरफ से सुहेल के परिजनों को पांच लाख रुपये और अंकित के परिजनों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिली है।

लाडली को छुड़ाने को आदमखोर से भिड़ी मां

खेत पर मौत बनकर पहुंचे तेंदुए के मुंह से लाडली बेटी को छुड़ाकर मां शशि देवी बेहोश हो गई। उसको बमुश्किल महिलाएं पानी के छींटे मारकर होश में लाईं तो बेटी की तबीयत जानने को तड़पने लगी। मुनीमपुर रायभूड में खेत पर नजदीक से तेंदुए ने जब वंदना पर झपट्टा मारा तो शशि तेंदुए से भिड़ गई। उसने अपनी लाडली बेटी को तेदुंए के जबड़े से तो छुड़ा लिया, लेकिन बाद में बेहोश होकर गिर गई। डायल-100 पुलिस के साथ पिता वीर सिंह ही बेटी को लेकर सीएचसी पहुंचा। बाद में परिवार की महिलाएं शशि को भी रोड पर ले आईं। उसको पानी की छींटे मारकर होश में लाएं तो बेटी की तबीयत जानने के लिए तड़पने लगी। उस पर एक तरफ बेटी की गम तो दूसरी तरफ तेंदुए का खौफ दिखाई दिया।

ग्रामीणों ने ईख को घेरकर की कांबिंग

शहबजापुर कला के जंगल में तेंदुए घुसने की आशंका पर ग्रामीणों ने ईख को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस और वन विभाग की टीम के आकर कांबिंग की। कोतवाली के मुनीमपुर रायभूड़ में बच्ची पर हमले की घटना के बाद शहबाजपुर कला के जंगल में रामूवाला शेखू निवासी दिनेश कुमार धान की फसल को स्प्रे कर रहा था। इस बीच उसको ईख में घुसता जंगली जानवर दिखाई दिया। उसके शोर मचाने पर शहबाजपुर कला, राजूपुर पानूवाला समेत आसपास के गांवों के लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए। ग्रामीणों ने चारों तरफ से ईख को घेर लिया। आसपास खड़े पेड़ों पर चढ़कर तेंदुए की लोकेशन लेने का प्रयास किया। इस बीच ग्राम प्रधान पति मोहम्मद यामीन की इत्तला पर दारोगा मेघराज सिंह, कांस्टेबिल संजीव धामा भी मौके पर पहुंच गए। थोड़ी देर बाद ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। असलाहधारी पुलिस और वन विभाग टीम के साथ ईख की कांबिंग की, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला।

chat bot
आपका साथी