सम्भल में फसल की रखवाली करने गए किसान की गोली मारकर हत्या

पुलिस ने एक अज्ञात समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है जिनकी तलाश जारी है।साथ ही आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह और प्रभारी निरीक्षक रविंद्र प्रताप सिंह भी पहुंच गए।

By Vivek BajpaiEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 10:36 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:46 PM (IST)
सम्भल में फसल की रखवाली करने गए किसान की गोली मारकर हत्या
किसान की हत्या के बाद घर पर रोते-बिलखते स्वजन। जागरण

सम्भल, जेएनएन: बहजोई कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मेड़ विवाद को लेकर एक किसान को गोली मार दी। खून से लथपथ किसान को बहजोई सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने एक अज्ञात समेत चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

नगर के मोहल्ला गुरुद्वारा रोड निवासी कृष्णपाल (42 वर्ष) पुत्र महावीर गुरुवार की शाम चार बजे कोतवाली क्षेत्र के बेहटा जयसिंह गांव में अपने खेत पर फसल की रखवाली करने गया था, जहां से रात तक वह वापस नहीं लौटा। रात नौ बजे के बाद उसके स्वजनों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। भाई विजेंद्र सिंह और उसका साला सोनू रात्रि में ही खेत पर पहुंचे, जहां उन्होंने कृष्णपाल को खून से लथपथ पड़ा देखा, उसकी गर्दन पर गोली लगी थी। कुछ लोग वहां से भागते हुए दिखाई दिए। जिन्हें उन्होंने पहचान लिया। रात करीब 12 बजे किसान को बहजोई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह और प्रभारी निरीक्षक रविंद्र प्रताप सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने पूरे घटना के बारे में जानकारी ली।

 

चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि किसान की गर्दन में गोली मारकर हत्या की गई है। मृतक के भाई रामनिवास की तहरीर पर बहजोई की मोहल्ला गोलागंज के अनु शर्मा पुत्र प्रमोद शर्मा, उमेश पुत्र रामस्वरूप व सुभाष पुत्र रामस्वरूप और एक अज्ञात के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, जिनकी तलाश जारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी की जाएगी। 

 मेड़ विवाद के चलते दी गई थी धमकी

पुलिस को दी गई तहरीर में मृतक के भाई रामनिवास ने बताया है कि मेड़ विवाद को लेकर खेत के पड़ोस के लोगों से काफी दिनों से विवाद चल रहा था, वे अवैध कब्जा करना चाह रहे थे। इसकी शिकायत तहसील दिवस में भी दी गई थी, लेकिन समय रहते निपटारा नहीं होने के चलते घटना घटित हुई है, जिन लोगों के द्वारा हत्या की गई है, उन्होंने पहले से जान से मारने की धमकी दी थी। 

chat bot
आपका साथी