मुरादाबाद के जलकल कर्मचारियों ने हक के लिए उठाई आवाज, 24 जून को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार
जलकल कर्मचारी यूनियन ने मांगों को लेकर शाम को अंशकालीन धरना-प्रदर्शन किया। मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ तो 24 जून को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इसकी रणनीति तैयार कर ली गई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। जलकल कर्मचारी यूनियन ने मांगों को लेकर शाम को अंशकालीन धरना-प्रदर्शन किया। मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ तो 24 जून को अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
अंशकालीन धरना प्रदर्शन 23 जून तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है। प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि मेरठ व शाहजहांपुर के ठेकेदारों से ईपीएफ का पैसा वापस न आना, एक स्थानीय ठेकेदार द्वारा भी ईपीएफ का पैसा न देेने, आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को शासनादेश के आधार पर अप्रैल व मई का पैसा नहीं देने, 26 दिन के स्थान पर 30 दिन काम लेना और आठ घंटे से अधिक काम की एवज में ओवरटाइम न देने से कर्मचारियों का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तीन सालों से मांगों को उठा रहे हैं। लेकिन, कोई अधिकारी नहीं सुन रहा है। इसका खामियाजा भुगतना होगा।
भाकियू के बैनर तले किसान दिल्ली रवाना : अमरोहा के गजरौला में भारतीय किसान यूनियन असली के बैनर तले किसान अपने चार पहिया वाहनों से रैली निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दिल्ली रवाना हो गए। भाकियू असली के युवा के जिला अध्यक्ष चौधरी राधेश्याम ने बताया कि किसान मंडल अध्यक्ष डूंगर सिंह, प्रभारी राजवीर सिंह समेत चौधरी जयकीरत सिंह इत्यादि किसान नेताओं के नेतृत्व में एकत्र हुए। ट्रैक्टर ट्राली व अन्य चार पहिया वाहनों से रैली निकालते हुए दिल्ली के गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हुए। उनकी रैली गजरौला में मंडी धनौरा रोड, फाजलपुर रेलवे फाटक, थाना चौराहा, रेलवे ओवरब्रिज, चौपला होते हुए दिल्ली की ओर कूच कर गई। रैली में शामिल किसान कृषि बिलों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। चौधरी राधे श्याम ने बताया कि गाजीपुर बोर्डर पर उनके आंदोलन को लेकर अगली रणनीति बनाई जा रही है। उसी के लिए किसान दिल्ली जा रहे हैं।