भ्रूण लिंग परीक्षण में बताई थी बेटी, गर्भपात में निकला बेटा, जांच में सामने आने लगी चौंकाने वाली सच्चाई
Amroha Embryo Gender Test Case गर्भ में पल रहे भ्रूण को लड़की बताया था। पड़ताल में यह भी राज खुला कि स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक एएनएम ने नर्सिंग होम में महिला का गर्भपात किया। इसके बाद नोडल अधिकारी एएनएम के घर पहुंच गए।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Amroha Embryo Gender Test Case : सम्भल के एक लैब टेक्नीशियन ने महिला के भ्रूण का पोर्टेबल मशीन से लिंग परीक्षण किया था। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब शनिवार को दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के अफसर जांच को पहुंचे। नर्सिंग होम में पड़ताल के दौरान टेक्नीशियन का नाम सामने आया। इसके बाद अफसरों ने गर्भपात करने वाली एएनएम की तलाश की लेकिन, वह घर पर नहीं मिली।
27 नवंबर यानि शनिवार को भ्रूण परीक्षण में बेटी बताई तो कराया गर्भपात, निकला बेटा, शीर्षक से दैनिक जागरण ने प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की। जिले में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से लिंग परीक्षण का मामला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया। अमरोहा के नोडल अधिकारी डा.सुरेंद्र सिंह ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी। पूरी टीम के साथ वह जांच के लिए सम्भल-रहरा बाइपास स्थित एक नर्सिंग होम पहुंच गए। यहां पर जांच के दौरान उनको पता चला कि सम्भल के एक लैब टेक्नीशियन ने महिला के पेट में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण किया था। इसमें उसने गर्भ में पल रहे भ्रूण को लड़की बताया था। पड़ताल में यह भी राज खुला कि स्वास्थ्य विभाग में तैनात एक एएनएम ने नर्सिंग होम में महिला का गर्भपात किया। इसके बाद नोडल अधिकारी एएनएम के घर पहुंच गए लेकिन, वह रिश्तेदारी में किसी की मौत में गई हुई थी। इसलिए मुलाकात नहीं हो पाई। अब नोडल अधिकारी ने एएनएम से बातचीत के बाद ही मामले में अगला कदम उठाने की बात कही है। इधर पीड़िता के स्वजनों को मुंह बंद रखने के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की चर्चा है।
मामले की जांच की जा रही है। एएनएम से अभी बात नहीं हो पाई है। वह कहीं बाहर गई हुई थी। उससे पूछताछ करने के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
डा.सुरेंद्र सिंह, नोडल अधिकारी