जाली करेंसी में पकड़े गए कश्मीरियों से परवेज के संबंधों की होगी जांच

मुरादाबाद : अमरोहा के हसनपुर में जाली करेंसी के साथ पकड़े गए कश्मीरी युवकों से अखलाक और परवेज के कनेक्शन की जांच पुलिस करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 10:10 AM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 10:10 AM (IST)
जाली करेंसी में पकड़े गए कश्मीरियों से परवेज के संबंधों की होगी जांच
जाली करेंसी में पकड़े गए कश्मीरियों से परवेज के संबंधों की होगी जांच

मुरादाबाद : अमरोहा के हसनपुर में जाली करेंसी के साथ पकड़े गए कश्मीरी युवकों अखलाक और मुश्ताक का नाम एक बार फिर चर्चा में आया है। दिल्ली में पकड़े गए आतंकी परवेज से उनका कनेक्शन जोड़ा जा रहा है। इसके लिए खुफिया एजेंसियों ने जाली करेंसी प्रकरण को भी जांच में शामिल किया है। कहीं दोनों का आपस में कोई संबंध तो नहीं है, उसका पता लगाने के लिए अमरोहा पुलिस से रिकार्ड मांगा गया है। क्योंकि तीनों लोग कश्मीर के हैं और दोनों प्रकरण अमरोहा से ही जुड़े हुए हैं।

ऐसे हुई थी गिरफ्तारी

अक्टूबर 2017 को तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार शर्मा ने अपनी टीम के साथ पांच युवकों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 15 लाख 10 हजार रुपये की जाली करेंसी पकड़ी गई थी। इन पांच युवकों में एक मुश्ताक अहमद खान गोजर जम्मू कश्मीर के थाना बांदीपुरा के गांव सुमलर का रहने वाला था। बाद में पुलिस ने मुश्ताक की निशानदेही पर कश्मीर के ही दूसरे युवक अखलाक को भी गिरफ्तार किया था। दोनों काफी समय से जाली करेंसी के धंधे में लिप्त थे। ये लोग पाकिस्तान के रहने वाले जायद खान उर्फ गुलजार के लिए काम कर रहे थे। वह बैंकाक से गैंग को चला रहा था। दोनों को जेल भेज दिया गया था।

अब कनेक्शन तलाश रहीं एजेंसियां

अब दिल्ली में कश्मीरी आतंकी परवेज के पकड़े जाने के बाद एक बार फिर खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हुए हैं। चूंकि परवेज भी अमरोहा में रहकर पढ़ाई पूरी कर चुका है और पूर्व के दोनों मामले भी अमरोहा से जुड़े हैं, लिहाजा उनके कनेक्शन का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। इस बारे में सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने अमरोहा पुलिस से दोनों प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है। सारे मामले की जांच कर परवेज, अखलाक व मुश्ताक का संबंध तलाश किया जाएगा।

मुरादाबाद में मदरसों की निगरानी, रिकॉर्ड की हो रही जांच

कांठ (मुरादाबाद) : दिल्ली में कश्मीरी आतंकी के गिरफ्तार होने और उसके अमरोहा से कनेक्शन निकलने के बाद मुरादाबाद के मदरसों में पढ़ने वाले बाहरी छात्रों का ब्योरा तलाशने में पुलिस जुट गई है। उनकी निगरानी भी बढ़ा दी गई। साथ ही उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।

कांठ क्षेत्र में कई मदरसे चलते हैं। इन मदरसों में स्थानीय बच्चों के साथ अन्य प्रांतों के छात्र भी तालीम हासिल कर रहे हैं। आतंकी गतिविधियों से संलिप्त होने वाले अमरोहा के दो छात्रों की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस प्रशासन ने इन मदरसों पर भी निगरानी शुरू कर दी है। किस मदरसे में कितने ब'चे तालीम हासिल कर रहे हैं। सभी का ब्योरा थाने के एक रजिस्टर में रखा जाएगा। गोपनीय तरीके से खुफिया विभाग पड़ताल में जुट गया है। आवश्यक हुआ तो तालीम लेने वाले प्रत्येक छात्र का आधार नंबर मदरसा संचालक से लेकर उसका भौतिक सत्यापन भी एजेंसियां कराएंगी। एसपी देहात उदय शंकर का कहना है कि थाना पुलिस भी मदरसों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उनकी निगरानी बढ़ा रही है। हाल में कांठ से एक छात्र भी लापता हो चुका है। छात्र का अभी तक कोई पता भी नहीं चल पाया है। इसलिए देखा जा रहा है कि मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों को कोई परेशानी तो नहीं है।

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