नगर पालिका में आरोपित महिला कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के बजाय फिर से सौंप दिया चार्ज, खड़े हो रहे सवाल
मरोहा में पालिका कर्मी मां-बेटी के प्रकरण की जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद महिला कर्मी पर पालिकाध्यक्ष मेहरबान हैं। कार्रवाई करने के बजाय फिर उसे पेंशन पटल का चार्ज सौंप दिया। जबकि ईओ ने कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पालिकाध्यक्ष को फाइल भेजी थी।
मुरादाबाद, जेएनएन। अमरोहा में पालिका कर्मी मां-बेटी के प्रकरण की जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद महिला कर्मी पर पालिकाध्यक्ष मेहरबान हैं। कार्रवाई करने के बजाय फिर उसे पेंशन पटल का चार्ज सौंप दिया। जबकि ईओ ने कार्रवाई की संस्तुति करते हुए पालिकाध्यक्ष को फाइल भेजी थी।
काबिलेगौर है कि पालिका से मांगी गई आरटीआइ में पालिका में तैनात महिला कर्मी की उम्र पालिका कर्मी मां से महज 11 साल कम होने का पर्दाफाश हुआ था। बेटी सफाई नायक है जबकि मां की तैनाती सफाई कर्मी के पद पर थी। सफाई नायक को पेंशन पटल का काम सौंप दिया गया था। दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद एडीएम विनय कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए ईओ मणि भूषण तिवारी को जांच कमेटी गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसमें ईओ ने पेंशन पटल से आरोपित महिला कर्मी को हटा दिया था और कमेटी गठित कर जांच बैठा दी थी। जांच कराई तो लगाए गए आरोप सही पाए गए थे। ईओ ने सुशील कुमार को पेंशन पटल का चार्ज दे दिया था। जबकि कार्रवाई की संस्तुति करते हुए कार्रवाई की फाइल पालिकाध्यक्ष शशि जैन के पास भेज दी थी। पालिकाध्यक्ष ने कार्रवाई के बजाय आठ-दस माह तक कार्रवाई की फाइल को दबाए रखा। अब उन्होंने आरोपित महिला कर्मी को पेंशन पटल का चार्ज दे दिया। पालिकाध्यक्ष ने बताया की सुशील कुमार को हटाकर आरोपित महिला कर्मी को पेंशन पटल का चार्ज दे दिया है। अभी कार्रवाई की फाइल लंबित पड़ी है।
यह भी पढ़ें :-
Fraud in UP Police : जीजा की जगह पुलिस की नौकरी करने वाला साला गिरफ्तार, दोनों आरोपितों को भेजा जेल
Fraud in UP Police : वर्दी पहनकर पीआरवी कर्मियों के प्रशिक्षण में भाग लेने पहुंचा था फर्जी सिपाही
Health Benefits Of Gular: गूलर नेत्र रोग, मधुमेह, डायरिया सहित कई बीमारियों में लाभकारी