Indian Railways : रेलवे यात्र‍ियों के ल‍िए राहत, पश्चिम बंगाल के ल‍िए 17 अप्रैल से चलाई जाएगी ट्रेन

रेलवे ने धीरे-धीरे देश के अधिकांश हिस्से में बंद पड़ी ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है। देश में कोरोना के कारण बंद 80 फीसद ट्रेनें चलनी शुरू हो गईं हैं। आचार सहिता लागू होने के बाद केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में कोई नई सुविधा नहीं शुरू कर रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:10 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 09:10 AM (IST)
Indian Railways : रेलवे यात्र‍ियों के ल‍िए राहत, पश्चिम बंगाल के ल‍िए 17 अप्रैल से चलाई जाएगी ट्रेन
रेलवे की इस कवायद से यात्र‍ियों को काफी राहत म‍िलेगी।

मुरादाबाद, जेएनएन। रेलवे ने पश्चिम बंगाल के ल‍िए बंद ट्रेनों को चलाने की घोषणा करनी शुरू कर दी है। पहले चरण में 17 अप्रैल को आनंद विहार-मालदा टाउन के लिए ट्रेन चलाने की घोषणा कर दी गई है। इससे यात्र‍ियों को काफी राहत म‍िलेगी।

रेलवे ने धीरे-धीरे देश के अधिकांश हिस्से में बंद पड़ी ट्रेनों को चलाना शुरू कर दिया है। देश में कोरोना के कारण बंद 80 फीसद ट्रेनें चलनी शुरू हो गईं हैं। चुनाव आचार सहिता लागू होने के बाद केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में कोई नई सुविधा नहीं शुरू कर रही है। जबकि पश्चिम बंगाल की जनता लगातार बंद ट्रेनों को चलाने की मांग कर रही है। रेल प्रशासन जिस क्षेत्र का चुनाव खत्म हो रहा है, उस क्षेत्र की बंद पड़ी ट्रेनों को चलाने की घोषणा करनी शुरू कर दी है। 17 अप्रैल से आनंद विहार-मालदा टाउन के बीच साप्ताहिक ट्रेन चलाने की घोषण की है। यह ट्रेन प्रत्येक शनिवार दिल्ली व मुरादाबाद से चलेगी। वापसी में प्रत्येक शुक्रवार को मालदा टाउन से और मुरादाबाद से शनिवार को दिल्ली के लिए चलेगी। मुरादाबाद से मालदा जाने के लिए ट्रेन रात 8:32 बजे जाएगी। जबकि दिल्ली जाने के लिए मुरादाबाद से सुबह 11.23 बजे चलेगी। चुनाव के कारण अभी पंजाब मेल, डुप्लीकेट पंजाब मेल, अकाल तख्त एक्सप्रेस, सियालदाह एक्सप्रेस जैसी प्रचिलत ट्रेनों को चलाने की घोषणा नहीं की गई है। पश्चिम बंगाल में 29 अप्रैल को मतदान खत्म होने जा रहा है। उसके बाद रेलवे कोरोना के कारण बंद पड़ी अन्‍य ट्रेनों को भी चलाने की घोषणा कर सकता है।  कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद यात्री सुविधाओं को ध्‍यान में रखते हुए रेलवे एक के बाद एक बंद चल रहीं ट्रेनों का संचालन शुरू कर रहा है। दरअसल ट्रेनों के चलने से लगातार रेलवे की आय भी प्रभाव‍ित हो रही थी। हालांक‍ि माल ढुलाई में रेलवे ने नया र‍िकॉर्ड जरूर बनाया है लेकिन इससे आय के बावजूद रेलवे का घाटा कम नहीं हो पाया। 

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