Indian Railways : रेलवे ने बिना टिकट यात्रियों से वसूले 11 करोड़ रुपये, आरक्षण टिकट की होती है कालाबाजारी
कोरोना संक्रमण के पहले ट्रेनों में बिना टिकट सफर करने वालों की संख्या अच्छी खासी चलती थी। रेलवे प्रशासन समय-समय पर चेकिंग भी करता था। मुरादाबाद रेल मंडल से बिना टिकट यात्रा करने वालों से 11 करोड़ रुपये कमाए हैं।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। कोरोना संक्रमण के पहले ट्रेनों में बिना टिकट सफर करने वालों की संख्या अच्छी खासी चलती थी। रेलवे प्रशासन समय-समय पर चेकिंग भी करता था। मुरादाबाद रेल मंडल से बिना टिकट यात्रा करने वालों से 11 करोड़ रुपये कमाए हैं। इसकी जानकारी जन सूचना अधिकार के तहत मांग गई जानकारी से मिली है। हालांकि कितने आरक्षण टिकट की कालाबाजारी करते हुए पकड़े गए, इसकी जानकारी आरपीएफ व उत्तर रेलवे के विजिलेंस टीम ने नहीं दी है।
कोरोना काल के ठीक पहले ट्रेनों में बिना टिकट यात्रियों के चलने की संख्या, आरक्षण की टिकट कालाबाजारी को लेकर मंडल रेल प्रशासन से सूचना अधिकार के तहत सूचना 27 मार्च 2021 को जानकारी मांगी गई थी। जिसकी सूचना पिछले माह अंतिम सप्ताह डाक द्वारा मिली है। एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2021 तक यानी दो वित्तीय वर्ष में कितने बिना टिकट यात्री पकड़े गए थे, कितना जुर्माना वसूला गया व अन्य जानकारी मांगी थी। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश कुमार सिंह द्वारा सूचना दी गई है। जिसमें बताया है कि दो वित्तीय वर्ष में मंडल में एक लाख 85 हजार 875 बिना टिकट यात्री पकड़े गए। इससे किराया छह करोड़ 90 लाख 91 हजार 558 रुपये और जुर्माना चार करोड़ 77 लाख आठ हजार 554 रुपये की वसूली हुई। यानी बिना 11 करोड़ 68 लाख 112 रुपये वसूला गया है। सबसे अधिक बिना टिकट यात्री मुरादाबाद से नई दिल्ली, आनंद बिहार के बीच चलते हैं। इस दौरान एमएसटी टिकट लेकर स्लीपर में यात्रा करते हुए पांच लाख 57 हजार 943 यात्री करते पकड़े गए हैं। सहायक वाणिज्य प्रबंधक ने जवाब दिया है कि इस दौरान तत्काल टिकट व आरक्षण टिकट की कालाबाजारी करते कितने व्यक्ति पकड़े गए, इसकी सूचना देने के लिए पत्र उत्तर रेलवे से विजिलेंस और आरपीएफ को भेजा है। दोनों विभाग द्वारा यह सूचना अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।