Indian Railways : चन्दौसी-अलीगढ़ रेलवे मार्ग पर विद्युतीकरण ने पकड़ी रफ्तार
Chandausi-Aligarh Railway Route Electrification मुरादाबाद रेल मंडल से सभी प्रमुख मार्ग सहारनपुर से लखनऊ तक मुरादाबाद से दिल्ली तक लक्सर से देहरादून ऋषिकेश तक रोजा से सीतापुर तक मुरादाबाद से चन्दौसी-आंवला तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Chandausi-Aligarh Railway Route Electrification। मुरादाबाद रेल मंडल के सभी रेल मार्गों से इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने के लिए रेल प्रशासन ने कमर कस ली है। चन्दौसी से अलीगढ़ के बीच विद्युतीकरण के काम ने तेजी पकड़ लिया है। फरवरी में काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद मार्च से अलीगढ़ मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें और मालगाडि़यां चलने लगेंगी।
मुरादाबाद रेल मंडल से सभी प्रमुख मार्ग, सहारनपुर से लखनऊ तक, मुरादाबाद से दिल्ली तक, लक्सर से देहरादून, ऋषिकेश तक, रोजा से सीतापुर तक मुरादाबाद से चन्दौसी-आंवला तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। इस मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेने और मालगाड़ी चलने लगीं हैं।आंवला से बरेली तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) की अनुमति मिलते ही ट्रेन संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
प्रमुख ब्रांच लाइन में चन्दौसी से अलीगढ़ मार्ग पर विद्युतीकरण नहीं हुआ है। इसके अलावा बालामऊ-उन्नाव मार्ग पर विद्युतीकरण का काम नहीं हो पाया है। चन्दौसी से अलीगढ़ के बीच 102 किलोमीटर विद्युतीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। फरवरी तक विद्युतीकरण का काम पूरा करने का लक्ष्य है। मार्च के प्रथम सप्ताह में सीआरएस का निरीक्षण कराने के बाद मालगाड़ी व ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजन से चलानी शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ ही बालामऊ उन्नाव रेल मार्ग को जून तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। दोनों काम पूरा हो जाने के बाद रेल मंडल के राजा का सहसपुर से संभल तक 27 किलोमीटर विद्युतीकरण का काम शेष रह जाएगा। इसे भी दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि चन्दौसी-अलीगढ़ के बीच फरवरी तक विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।