Ganga water level : गंगा में बढ़ा जलस्तर, फिलहाल अभी बाढ़ का खतरा नहीं

Ganga water level वर्ष 2010 में तहसील क्षेत्र में बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी थी और तहसील क्षेत्र के टीसीएल बबराला गुन्नौर राजपुरा जुनावई आदि गांव तक पानी पहुंच गया था।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 04:45 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 04:45 PM (IST)
Ganga water level : गंगा में बढ़ा जलस्तर, फिलहाल अभी बाढ़ का खतरा नहीं
Ganga water level : गंगा में बढ़ा जलस्तर, फिलहाल अभी बाढ़ का खतरा नहीं

सम्भल, जेएनएन। गंगा में बड़ा जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि अभी बाढ़ का खतरा नहीं है। प्रशासन की ओर से मुस्तैदी से कार्य करते हुए आठ बाढ़ चौकियां बनाई गईं हैं। हालांकि अभी क्रियाशील एक भी नहीं है।

जुनावई गंगा भागीरथ का जलस्तर बढऩे से बाढ़ के खतरे की संभावना बढऩे लगी है। अभी जल का स्तर कम होने के कारण बांध के अंदर बसे गांव पर कोई खतरा नहीं है।

गुन्नौर तहसील क्षेत्र के बांध के अंदर बसे 12 गांवों मे कोई खतरा नहीं है। न ही फसल में पानी पहुंचा है जबकि अनूप शहर पुल पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है जबकि राजघाट पुल पर खतरे के निशान से नीचे चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज नरोरा के प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि 30253 क्यूसेक पानी निचले स्तर पर छोड़ा गया है जबकि ऊपरी सतह पर 41808 क्यूसेक पानी बह रहा है। अभी बाढ़ की कोई संभावना नहीं है क्योंकि एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने तक स्थिति सामान्य रहेगी उससे अधिक पानी जब निचले स्तर पर छोड़ा जाएगा तो बांध के अंदर बसे कुछ गांव में पानी पहुंच सकता है। वर्ष 2010 में बैराज से पानी 610000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि नरोरा बैराज की क्षमता 350000 क्यूसेक पानी की है। उस समय के हालात बहुत ही भयानक थे आगे की किसी भी स्थिति से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

गुन्नौर उप जिला अधिकारी दीपेंद्र यादव ने बताया बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए तहसील क्षेत्र में कुल आठ बाढ़ चौकियां बनाई गई है और बांध का भी निरीक्षण किया गया है बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है लेकिन वह अभी क्रियाशील नहीं है अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।  

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