कम समय में बिजली घरोंं तक कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे ने कसी कमर, मालगाडि़यों को सुपरफास्ट ट्रेन की तरह दौड़ा रहा रेलवे

Indian Railway News रेल प्रशासन ने कोयला कम समय में तापीय बिजली घरों तक पहुंचाने के लिए कमर कस ली है। मालगाड़ी को सुपर फास्ट ट्रेन के तर्ज पर चलाया जा रहा। मुरादाबाद मंडल से होकर प्रत्येक दिन औसतन आठ मालगाड़ी कोयला लेकर पंजाब की ओर जा रही हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 03:25 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 03:25 PM (IST)
कम समय में बिजली घरोंं तक कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे ने कसी कमर, मालगाडि़यों को सुपरफास्ट ट्रेन की तरह दौड़ा रहा रेलवे
कोयले के मालगाड़ी की रेलवे अधिकारी कर रहे हैं निगरानी

मुरादाबाद, (प्रदीप चौरसिया)। Indian Railway News : रेल प्रशासन ने कोयला कम समय में तापीय बिजली घरों तक पहुंचाने के लिए कमर कस ली है। कोयलेे से लदी मालगाड़ी को सुपर फास्ट ट्रेन के तर्ज पर चलाया जा रहा है। मुरादाबाद मंडल से होकर प्रत्येक दिन औसतन आठ मालगाड़ी कोयला लेकर पंजाब की ओर जा रही हैं। पिछले दिनों कोयले की कमी से बिजली संकट होने को लेकर लगातार सूचना आ रही हैं। कुछ प्रदेशों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इसके बाद केंद्र सरकार ने कोयले की आपूर्ति बढ़ा दी है। झारखंड और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से मालगाड़ी द्वारा कोयला पंजाब व हिमाचल के तापीय बिजली घरों तक पहुंचने में रेल प्रशासन जुट गया है। कोयला लेकर मालगाड़ी मुरादाबाद रेल मंडल होकर गुजरती है।

मुरादाबाद रेल मंडल को कोयले की मालगाड़ी लखनऊ व सीतापुर की ओर से मिलती है। मुरादाबाद रेल प्रशासन साढ़े पांच सौ किलोमीटर दूर सहारनपुर तक पहुंचने का काम करती है। उससे आगे दूसरे रेल मंडल प्रशासन द्वारा मालगाड़ी को चलाया जाता है। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने आदेश दिया है कि तापीय बिजली घरों को आपूर्ति होने वाले कोयले लेकर जाने वाले मालगाड़ी को बीच रास्ते में बिना रोके गंतव्य तक पहुंचने की व्यवस्था करे। जिस स्टेशन पर चालक व गार्ड बदला जाना है वहां पांच से दस मिनट मालगाड़ी को रोकने के बाद चला दे।

यानी कोयले की मालगाड़ी को सुपरफार्स्ट की तर्ज पर चलाया जाएगा।मुख्यालय के आदेश के बाद मुरादाबाद रेल मंडल अपने क्षेत्रों में मालगाड़ी को बिना रोके चलना शुरू कर दिया है। चालक व गार्ड बदलने के लिए कुछ कोयले की मालगाड़ी को मुरादाबाद में तो कुछ को रोजा में रोका जाता है। कोयले की मालगाड़ी को दस घंटे से कम समय में लखनऊ से सहारनपुर तक पहुंचने का काम किया जा रहा है। मुरादाबाद मंडल होकर प्रत्येक दिन औसत आठ मालगाड़ी पंजाब की ओर जाती है। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि बिजली का संकट नहीं हो, इसके लिए कोयले से लदी मालगाड़ी को प्रमुखता के साथ चलाया जा रहा है। कोयले से लदी मालगाड़ी के संचालन को लेकर रेलवे कंट्रोल रूम के अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं।

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