मुरादाबाद में ह‍िंदू भाई ने खून देकर बचाई मुस्लिम बहन की जान, बुखार के कारण कम हो गई थी प्लेटलेट्स

हिंदू-मुस्लिम के नाम पर झगड़े करने और कराने वालों के मुंह पर ये किसी तमाचे से कम नहीं है। ईदुल फित्र के दिन हिंदू भाई ने मुस्लिम बहन को खून देकर ईदी दी। अमरोहा के अस्पताल में भर्ती ये युवती जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:07 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:07 PM (IST)
मुरादाबाद में ह‍िंदू भाई ने खून देकर बचाई मुस्लिम बहन की जान, बुखार के कारण कम हो गई थी प्लेटलेट्स
समरीन की रह गई थी 32 हजार प्लेटलेट्स।

मुरादाबाद। हिंदू-मुस्लिम के नाम पर झगड़े करने और कराने वालों के मुंह पर ये किसी तमाचे से कम नहीं है। ईदुल फित्र के दिन हिंदू भाई ने मुस्लिम बहन को खून देकर ईदी दी। अमरोहा के अस्पताल में भर्ती ये युवती जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है। अमरोहा में प्लेटलेट्स के जंबो पैक का इंतजाम नहीं हो पाया तो मुरादाबाद के युवक ने नेक काम किया।

अमरोहा गजरौला के मुस्तकीम की बेटी समरीन को अमरोहा स्थित केबीएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुखार की वजह से प्लेट्लेट्स कम हो गई। शुक्रवार की सुबह तक 32000 हजार प्लेटलेट्स रह गई। जानकारी करते-करते शहर के बुद्धि विहार कालोनी के रहने वाले कौशल शर्मा ने साईं अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचकर प्लेटलेट्स के लिए जंबो पैक दिया। मुस्तकीम ने प्लेट्लेटस का जंबो पैक लेने के बाद कौशल शर्मा को फरिश्ता बताया। उनका कहना था कि समय से प्लेटलेट्स मिलने से उनकी बेटी की हालत में सुधार हो गया है। ऐसे लोग ही समाज के लिए मिसाल हैं। जिनके सामने इंसानियत का पाठ सबसे पहले है।

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