मुरादाबाद में एमडीए के फर्जी दस्तावेज बनाकर पिता-पुत्र ने ठग लिए 29 लाख रुपये, एसएसपी से शिकायत
Cheating in Name of MDA Plot पीड़ित का आरोप है कि रुपये लेकर एमडीए का मुहर लगा हुआ फर्जी आवंटन पत्र भी आरोपितों ने दे दिया। एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में आरोपित पिता-पुत्र सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Cheating in Name of MDA Plot : प्लाट दिलाने के नाम पर ट्रांसपोर्टर के साथ धोखाधड़ी करके कांठ रोड निवासी पिता-पुत्र की ओर से 29 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि रुपये लेकर एमडीए का मुहर लगा हुआ फर्जी आवंटन पत्र भी आरोपितों ने दे दिया। एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में आरोपित पिता-पुत्र सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नवीन नगर निवासी हेमंत मल्होत्रा ट्रांसपोर्टर हैं। उन्होंने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि फरवरी 2019 में हिमगिरी कालोनी निवासी बालमुकुंद मौर्य और उसके पिता राम नारायण मौर्य से मुलाकात हुई थी। दोनों ने ट्रांसपोर्टर को बताया था कि एमडीए प्लाट का आवंटन कर रहा है। एमडीए के कुछ अधिकारियों से उसकी अच्छी जान-पहचान है। आरोपित ने दीपक, प्रकाश और विनोद नाम के व्यक्तियों से मिलवाने के साथ बताया कि तीनों एमडीए में काम करते हैं। अधिकारियों से सेटिंग करके प्लाट आवंटित कराते हैं। कुछ रिश्तेदारों के आवंटन पत्र भी दिखाए गए। यह देखकर ट्रांसपोर्टर हेमंत को विश्वास हो गया और उसने आरोपित बालमुकुंद मौर्य के साथ ही उनके पिता राम नारायण को साढ़े 23 लाख रुपये नकद देने के साथ ही साढ़े पांच लाख रुपये खाते में डाल दिए। लगभग 29 लाख रुपये लेने के बाद आरोपितों ने एमडीए की मुहर लगा हुआ आवंटन पत्र ट्रांसपोर्टर को दे दिया। जब पीड़ित हेमंत ने आवंटन पत्र एमडीए कार्यालय में जाकर चेक कराया तो वह फर्जी निकला। इसके बाद पीड़ित ने आरोपितों से अपनी रकम वापस मांगनी शुरू कर दी। आरोपितों ने 29 लाख रुपये का चेक हेमंत को दिया, लेकिन वह बाउंस हो गया। इसके बाद पीड़ित ने जब फिर से पैसा वापस मांगा तो आरोपित उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। परेशान होकर पीड़ित ने एसएसपी से मदद की गुहार लगाई। एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइंस थाना पुलिस ने आरोपित बालमुकुंद, रामनारायण, दीपक, प्रकाश व विनोद के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जांच के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एमडीए बन रहा फर्जीवाड़ा का केंद्र : तीन साल पहले भी मुरादाबाद विकास प्राधिकरण में फर्जी आवंटन पत्र सौंपने का मामला पकड़ में आया था। निलंबित अवर अभियंता पर करोड़ों रुपये डकारने का आरोप लगा था। स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने छापेमारी करके अवर अभियंता के घर से बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद किए थे। जिन लोगों को ठगा गया था, उनके पैसे भी एमडीए के सरकारी खाते में जमा हुए थे, जो आज तक वापस नहीं मिले। कुछ लोग अधिकारियों से जान-पहचान करके फर्जीवाड़ा को अंजाम देने में जुटे हुए हैं।