मुरादाबाद की राणा शुगर मिल में अवैध तरीके से हो रही थी गन्ने की खरीद, पता चलनेे पर जानिए अधिकारियों ने क्या कार्रवाई की
Illegal purchase of sugarcane in Moradabad जिले में अवैध तरीके से गन्ने की खरीद चल रही है। तीन दिन पहले जिला गन्ना अधिकारी और सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिव अचानक राणा शुगर मिल का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां अवैध तरीके से गन्ना खरीदा जा रहा था।
मुरादाबाद, जेएनएन। Illegal purchase of sugarcane in Moradabad : जिले में अवैध तरीके से गन्ने की खरीद का धंधा थम नहीं रहा है। इसमें मिलों के अधिकारियों की भूमिका ही अहम मिल रही है। तीन दिन पहले जिला गन्ना अधिकारी और सहकारी गन्ना विकास समिति, मुरादाबाद के सचिव अचानक राणा शुगर मिल, बेलवाड़ा का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां अवैध तरीके से गन्ना खरीदा जा रहा था। मामले को गंभीरता से लेकर हुए सहकारी गन्ना विकास समिति के सचिव सुरेश चंद्र ने अवैध गन्ना खरीदकर धोखाधड़ी करने के आरोप में राणा चीनी मिल के निदेशक सहित चार लोगों को खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सहकारी गन्ना विभाग समिति मुरादाबाद सुरेश चंद्र ने रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने तीन दिसंबर को जिला गन्ना अधिकारी के साथ राणा शुगर मिल, बेलवाड़ा के गेट का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान ट्रेक्टर-ट्राली में गन्ना लादे किसान खलील अहमद निवासी, बरेली वहां मिल गए। उनसे गन्ना पर्ची मांगी तो वह तौल की पर्ची नहीं दिखा पाए। मिल अधिकारियों से पूछा तो वे भी सही जवाब नहीं दे सके। चीनी मिल में बिना वैध पर्ची के गन्ना से भरी ट्राली मिलने इससे स्पष्ट होता है कि मिल अधिकारी निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए अवैध गन्ना खरीद कर रहे हैं।
चीनी मिल बेलवाड़ा के गन्ना प्रबंधक अमरपाल सिंह से पूछताछ की गई तो उनके कोई साक्ष्य भी नहीं दिया गया है कि किसान उनकी मिल क्षेत्र का रहने वाला है। इस पर सचिव ने मिल निदेशक राणा वीर प्रताप सिंह, महाप्रबंधक गन्ना राजपाल सिंह, गन्ना प्रबंधक अमरपाल सिंह व लिपिक अंगद कटोच के खिलाफ गन्ना आपूर्ति विनियम एवं क्रय अधिनियम 1953 की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने गन्ना आपूर्ति विनियम एवं क्रय अधिनियम 1953 की धारा 420 समेत सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिला गन्ना अधिकारी डा. अजयपाल सिंह ने बताया कि अवैध तरीके से गन्ने की खरीद करने वाले मिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। किसान भी समझदारी से काम लें। अपनी चीनी मिल के क्षेत्रों में ही गन्ना बेचें। किसी को कोई दिक्कत हो तो हमसे सीधा संपर्क कर सकता है।