दिमाग को आराम देना है तो करें ये आसन, जानिये कैसे करें
शव शब्द का अर्थ मृत देह है। इस आसन में अंतिम अवस्था एक मृत देह जैसी होती है। इसमें शारीरिक स्थिति में बिलकुल निष्क्रिय शिथिल स्थिति होनी चाहिए। इस आसन के करने से मन तथा शरीर तंत्र को विश्राम मिलेगा।
मुरादाबाद, जेएनएन। काम की भागदौड़ और उलझनों की वजह से दिमाग पर तनाव बढ़ रहा है। हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के साथ ही प्रतिदिन श्वासन करने से दिमाग को आराम मिलेगा। इस आसन के करने से आपका सभी तरह का तनाव दूर होगा। योग प्रशिक्षक अमित गर्ग ने बताया कि शव शब्द का अर्थ मृत देह है। इस आसन में अंतिम अवस्था एक मृत देह जैसी होती है। इसमें शारीरिक स्थिति में बिलकुल निष्क्रिय शिथिल स्थिति होनी चाहिए। इस आसन के करने से मन तथा शरीर तंत्र को विश्राम मिलेगा। बाहरी दुनिया के प्रति लगातार आकर्षित होने वाला मन अंदर की ओर गमन करता है। इस तरह धीरे-धीरे महसूस होता है कि दिमाग स्थिर हो गया है। अभ्यासकर्ता बाहरी वातावरण से अलग होकर शांत बना रहता है। तनाव एवं इसके परिणामों के प्रबंधन में यह बहुत लाभदायक होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाना चाहिए। हाथों और पैरों को आरामदायक स्थिति में फैलाकर रखें। आंखें बंद होनी चाहिए। पूरे शरीर को अचेतन अवस्था में शिथिल छोड़ दें। नैसर्गिक श्वास-प्रश्वास प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करें। इस अवस्था में तब तक रहें जब तक कि पूर्ण विश्रांति एवं चित्त शांत न हों। इसके साथ ही कोरोना काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करें। शारीरिक दूरी के नियम का पालन और बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलें।