फर्जी मुकदमा लिखाया तो नहीं बनेगा पासपोर्ट और लाइसेंस, थाने के अपराध रजिस्टर में दर्ज होगा नाम

रंजिशन दूसरे को फंसाने के लिए अक्सर लोग फर्जी मुकदमा दर्ज करा देते हैं। ऐसे में बिना अपराध किए ही पुलिस कार्रवाई से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ कोर्ट जाने का निर्णय लिया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 01:12 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 01:12 PM (IST)
फर्जी मुकदमा लिखाया तो नहीं बनेगा पासपोर्ट और लाइसेंस, थाने के अपराध रजिस्टर में दर्ज होगा नाम
दूसरे को फंसाने के लिए अक्सर लोग फर्जी मुकदमा दर्ज करा देते हैं।

मुरादाबाद [रितेश द्विवेदी]। रंजिशन दूसरे को फंसाने के लिए अक्सर लोग फर्जी मुकदमा दर्ज करा देते हैं। ऐसे में बिना अपराध किए ही पुलिस कार्रवाई से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ कोर्ट जाने का निर्णय लिया है। फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिला अपराध से संबंधित है। महिला अपराध से संबंधित मुकदमों में जमानत मिलना भी आसान नहीं होता है। लेकिन पुलिस अब ऐसे मुकदमों का संज्ञान लेकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों पर धारा-182 के तहत कानूनी कार्रवाई करेगी। इस धारा के तहत उन मामलों में कार्रवाई की जाती है, जिन मुकदमों में पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिलता है।

मुरादाबाद जनपद के 20 थाना क्षेत्र हैं। बीते 11 माह में जनपद के 18 थाना क्षेत्रों में विवेचना के बाद 65 मुकदमों को फर्जी पाया गया है। जांच में लगाए गए आरोपों में कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर पुलिस ने कोर्ट में धारा-182 के तहत कार्रवाई करने की अपील दाखिल की है। कोर्ट अगर इन मामलों का संज्ञान लेती है, तो आरोपितों के खिलाफ छह माह की सजा या एक हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अभी तक पुलिस इन फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों पर कोई विशेष कार्रवाई नहीं करती थी। लेकिन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने अब ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

पासपोर्ट और असलहा लाइसेंस की रिपोर्ट में होगी परेशानी

फर्जी मुकदमा दर्ज करने वालों का नाम थाने के अपराध रजिस्टर में दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं। थाने के अपराध रजिस्टर में नाम दर्ज होने के बाद पुलिस पासपोर्ट, चरित्र प्रमाण पत्र के साथ ही असलहा लाईसेंस की रिपोर्ट को क्‍लीयर नहीं करेगी। थाने से होने वाली प्रत्येक सत्यापन रिपोर्ट में ऐसे लोगों के नाम का जिक्र अपराध रजिस्टर में दर्ज नाम सहित किया जाएगा। अगर अपराध रजिस्टर में किसी भी व्यक्ति का नाम दर्ज होता है, तो पासपोर्ट के साथ ही अन्य सरकारी सेवाओं का लाभ लेना मुश्किल हो जाता है। पुलिस यह कार्रवाई धारा-चार के तहत करने जा रही है।

ठाकुरद्वारा में सबसे ज्यादा फर्जी मुकदमे दर्ज हुए

बीते 11 माह में सबसे ज्यादा जनपद के ठाकुरद्वारा थाने में फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। जिले के 20 थानों में इकलौते ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में नौ मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। जबकि तीन थाना क्षेत्र मुगलपुरा,नागफनी और हजरतनगर गढ़ी थाना क्षेत्र में एक भी फर्जी मुकदमा नहीं दर्ज किया गया है। शहरी क्षेत्र के थाना क्षेत्रों में मझोला और महिला थाने में सबसे ज्यादा छह-छह मुकदमें दर्ज कराए गए हैं।

इन थानों में पाए गए फर्जी मुकदमे

थाना नाम                संख्या

कोतवाली                 03

मुगलपुरा                 00

नागफनी                 00

कटघर                    03

गलशहीद                 02

सिविल लाइंस           02

मझोला                    06

महिला थाना             06

पाकबड़ा                     03

मूढापांड़े                     05

बिलारी                      03

मैनाठेर                      03

कुंदरकी                      01

हजरत नगर गढ़ी          00

ठाकुरद्वारा                 09

भोजपुर                      02

भगतपुर                     02

डिलारी                       05

कांठ                            04

छजलैट                       06

कुल संख्या                    65

फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ धारा-182 के तहत कार्रवाई मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं ऐसे लोगों के नाम थाने के अपराध रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। इस रजिस्टर में नाम दर्ज होने के बाद पासपोर्ट, असलहा के साथ ही अन्य सत्यापन रिपोर्ट में अपराध रजिस्टर में दर्ज नाम का उल्लेख किया जाएगा।

प्रभाकर चौधरी, एसएसपी, मुरादाबाद 

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