ICSE Board Exam 2021 : आइसीएसई में 10वीं के भी 2000 छात्र-छात्राएं बिना परीक्षा के होंगे प्रमोट

सीबीएसई के बाद अब आइसीएसई बोर्ड ने भी दसवीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। अब इंटरनल एसेसमेंट के माध्यम से आइसीएसई दसवीं के परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित होगा। बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी करके शीघ्र ही इंटरनल एसेसमेंट के अंक मांगेगा।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:40 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 05:45 AM (IST)
ICSE Board Exam 2021 : आइसीएसई में 10वीं के भी 2000 छात्र-छात्राएं बिना परीक्षा के होंगे प्रमोट
शहर में आइसीएसई दसवीं के छह स्कूल, प्रधानाचार्यों ने बताया सही फैसला।

मुरादाबाद, जेएनएन। सीबीएसई के बाद अब आइसीएसई बोर्ड ने भी दसवीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। अब इंटरनल एसेसमेंट के माध्यम से आइसीएसई दसवीं के परीक्षार्थियों का परिणाम घोषित होगा। बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी करके शीघ्र ही इंटरनल एसेसमेंट के अंक मांगेगा।

आइसीएसई के शहर में छह स्कूल हैं। इसमें 2000 छात्र दसवीं के हैं। यह बिना परीक्षा दिए इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर प्रमोट होंगे। इस निर्णय से छात्रों में थोड़ा मायूसी है लेकिन, कोरोना महामारी को देखते हुए बोर्ड के फैसले से संतोष जता रहे हैं। स्कूलों ने आइसीएसई का नोटिफिकेशन जारी होते ही इंटरनल एसेसमेंट के अंक भेजने की तैयारी कर ली है। अंक भेजने का नोटिफिकेशन इसी सप्ताह आने की उम्मीद है। हर विषय का पूरे एक साल का इंटरनल एसेसमेंट 100 अंकों का होता है, इसी के आधार पर छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाएगा। शहर में विल्सोनया कालेज, टाइनी टाटस कालेज, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल, स्प्रिंगफील्ड्स कालेज, सैंटपाल स्कूल समेत छह स्कूल हैं। इन सभी ने आइसीएसई बोर्ड के निर्णय का स्वागत किया है। प्रधानाचार्यों व छात्रों दोनों का मानना है कि कोरोना महामारी में दसवीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित करना उचित ही था। स्कूलों के माध्यम से हर छात्र की नालेज इंटरनेट एसेसमेंट के माध्यम से परखी जाती है। इस आधार पर भी प्रमोट होने का सही निर्णय है।

कोरोना महामारी को देखते हुए आइसीएसई बोर्ड का दसवीं की परीक्षा रद करने का निर्णय ठीक है। दसवीं के बच्चों का इंटरनल एसेसमेंट के अंक प्रमोट करने के लिए बोर्ड मांगेगा। इसके बाद अंक भेज दिए जाएंगे।

इंदु पारिख, प्रधानाचार्या,

टाइन टाटस कालेज

कोरोना महामारी के बीच बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराने का फैसला छात्रों व शिक्षकों दोनों के हित में हैं। 12वीं की परीक्षाएं होंगी, आगे की प्रतियाेगी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए बहुत जरूरी है।

आशीष संतराम

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