मानवाधिकार आयोग ने हत्या के मामले की जांच के दिए आदेश, डीआइजी ने गठित की विशेष जांच टीम
मानवाधिकार आयोग ने हत्या के एक मामले में जांच के आदेश दिए हैं। आरोप हैं कि पुलिस ने सड़क दुर्घटना के मामले को हत्या में दर्ज करके दो लोगों को जेल भेज दिया। जबकि इस मामले में तीसरे आरोपित ने आयोग में शिकायत की थी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मानवाधिकार आयोग ने हत्या के एक मामले में जांच के आदेश दिए हैं। आरोप हैं कि पुलिस ने सड़क दुर्घटना के मामले को हत्या में दर्ज करके दो लोगों को जेल भेज दिया। जबकि, इस मामले में तीसरे आरोपित ने मानवाधिकार आयोग में शिकायती पत्र देकर इस मामले की जांच की मांग की थी। इसके बाद आयोग ने उत्तर प्रदेश शासन को निर्देश दिए कि इस मामले में एसआइटी गठित कर जांच की जाए।
डीआइजी शलभ माथुर ने आयोग के निर्देश पर शासन के पत्र का संज्ञान लेकर तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम गठित की है। इस जांच की जिम्मेदारी मुरादाबाद एसएसपी पवन कुमार के साथ ही एसपी यातायात अशोक कुमार व सीओ कोतवाली इंदू सिद्धार्थ को सौंपी गई है। तीन सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोप हैं कि अमरोहा जनपद के देहात थाना क्षेत्र स्थित मुहम्मदी की मढ़ैया गांव निवासी शीशपाल की सात जून 2018 को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। लेकिन, मृतक स्वजन ने पड़ोस में रहने वाले गजेंद्र सिंह, भगवान सिंह और कपिल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने भी इस मामले में दो आरोपितों को जेल भेजने की कार्रवाई की। जबकि, आरोपित हत्या नहीं करने की दुहाई देते रहे। इसके बाद इस मामले के तीसरे आरोपित गजेंद्र सिंह ने मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाकर न्याय की गुहार लगाई। आयोग ने उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजकर इस मामले में विशेष जांच टीम गठित करने के निर्देश दिए। डीआइजी शलभ माथुर ने बताया कि आयोग और शासन के निर्देश पर तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम गठित कर दी गई है, जो इस पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। वहीं अब माना जा रहा है कि जांच में इस मामले में कुछ नई जानकारी निकल कर लोगों के सामने आएगी।