गागन पुल कैसे टूटा.. दो विभागों की अलग कहानी

दिल्ली रोड स्थित गागन नदी की रेलिग व फुटपाथ का कुछ हिस्सा गिर गया था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:48 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 09:48 PM (IST)
गागन पुल कैसे टूटा.. दो विभागों की अलग कहानी
गागन पुल कैसे टूटा.. दो विभागों की अलग कहानी

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : दिल्ली रोड स्थित गागन नदी की रेलिग व फुटपाथ का कुछ हिस्सा गिरने कारण दो विभागों की जांच में अलग-अलग बताया जा रहा है। सेतु निगम ने जहां रेलिंग गिरने की वजह वाहन की टक्कर बताई, वहीं पीडब्ल्यूडी ने तकनीकी खामी बताया।

तीन दिन पहले गागन नदी की रेलिंग और फुटपाथ का कुछ हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया था। पुलिस ने वहां बेरिकेडिंग करा दी थी। रेलिंग गिरने की वजह को पीडब्ल्यूडी ने तकनीकी खामी बताया तो सेतु निगम ने मौके पर कांच टूटा मिलने की वजह से वाहन की जोरदार टक्कर को कारण बताया। सेतु निगम की मानें तो पीडब्ल्यूडी को इस क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत खुद करनी है। इसको लेकर एस्टीमेट बनाकर तैयार कर लिया है। वहीं पीडब्ल्यूडी अगर सेतु निगम से मरम्मत के लिए कहता है तो पीडब्ल्यूडी को इसका भुगतान करना होगा। वैसे भी किसी भी पुल की शासन से स्वीकृति के बाद पैसा पीडब्ल्यूडी के माध्यम से ही सेतु निगम को हस्तांतरित होता है। सेतु निगम के सहायक अभियंता तेजपाल गुप्ता ने बताया कि गागन नदी के पुल की जांच की गई। प्रथम दृष्टया किसी वाहन की टक्कर से फुटपाथ का हिस्सा लटकने व रेलिग गिरने की बात सामने आ रही है। मरम्मत का एस्टीमेट तैयार करके पीडब्ल्यूडी को सौंपा जाएगा। पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता शशांक भार्गव ने कहा कि दोनों विभागों की संयुक्त बैठक के बाद तय होगा कि मरम्मत कौन करेगा।

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इनसेट

वर्ष 2007 में निर्माण के समय भी तिरछे हुए थे गागन नदी पुल के पिलर

वर्ष 2007 में जब दिल्ली रोड स्थित गागन नदी का पुल निर्माणाधीन था, तब भी गागन नदी में बने पिलर तिरछे हो गए थे। जिससे कई महीने तक काम बंद रहा था। यह मामला भी तब सुर्खियों में आया था। पिलर दोबारा स्थापित करने के बाद पुल का निर्माण वर्ष 2010 में पूरा हुआ था। अब 11 साल में ही इस पुल का फुटपाथ व रेलिग गिरना गंभीर मामला है। सेतु निगम वाहन की टक्कर बता रहा है जबकि देखने से वाहन से इतनी बुरी तरह फुटपाथ व रेलिग क्षतिग्रस्त नहीं हो सकते।

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