घर का इकलौता चिराग बुझा, गम में सूखे आंसू
मुरादाबाद टीएमयू में रेडियोलॉजिस्ट पीजी का कोर्स कर रहे मृगांक अंबर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
मुरादाबाद : टीएमयू में रेडियोलॉजिस्ट पीजी का कोर्स कर रहे मृगांक अंबर की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद परिवार के आंसू सूख गए हैं। घर के इकलौते चिराग को रेडियोलॉजिस्ट बनाने के लिए एक साल पहले पिता रवीन्द्र प्रसाद ने टीएमयू में दाखिला कराया था। दरभंगा में पिता स्वयं संवेदना अस्पताल का संचालन करते हैं। टीएमयू में भी उनके व्यवहार को लेकर सभी खुले दिल से तारीफ करते थे। मंगलवार को देर रात जैसे ही पिता को दुर्घटना की जानकारी दी गई वैसे ही वह बेसुध हो गए। जैसे-तैसे खुद को संभाला और परिवार के सभी सदस्यों को हिम्मत बंधाते हुए मुरादाबाद चलने के लिए कहा। लेकिन, पत्नी वंदना, बेटी रेखा और मेघा को यह नहीं बताया कि अब मृगांक इस दुनिया में नहीं रहा। मुरादाबाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचने के बाद सभी खामोश थे। किसी के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा था। पिता की आखों के सामने बेटे का शव था। बस एक नजर से कार्रवाई पूरी होने का इंतजार करते हुए दिखाई दिए। इस दौरान पुलिस ने सभी कानूनी कार्रवाई होने के बाद जब उनसे तहरीर देने के लिए कहा तो बोले बेटा खो दिया, अब किसके लिए तहरीर दूं। उपनिरीक्षक रामप्रकाश ने बताया कि परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस इस मामले में वाहन के बारे में पता लगा रही है। परिवार के सदस्य पोस्टमार्टम हाउस से शव लेकर बिना कुछ बोले बिहार के लिए रवाना हो गए।