Hindi Diwas पर मुरादाबाद में शिक्षकों का किया गया सम्मान, हिंदी भाषा को बढ़ावा देने पर हुए सम्मानित
Teachers honored in Moradabad राष्ट्रीय हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर एलएनएस रेनबो क्लब की ओर से केजीके महाविद्यालय भौतिक विज्ञान प्रोफेसर डा. योगेम्बर सिंह मेथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कालेज भौतिक विज्ञान प्रवक्ता डा. ज्योति गुप्ता को शिक्षक सम्मान देकर सम्मानित किया।
मुरादाबाद, जेएनएन। Teachers honored in Moradabad : राष्ट्रीय हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर एलएनएस रेनबो क्लब की ओर से केजीके महाविद्यालय भौतिक विज्ञान प्रोफेसर डा. योगेम्बर सिंह, मेथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कालेज भौतिक विज्ञान प्रवक्ता डा. ज्योति गुप्ता को शिक्षक सम्मान देकर सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें हिंदी भाषा को बढ़ावा देने और अपने कार्य को हिंदी भाषा में करने के लिए दिया गया। क्लब अध्यक्ष स्वदेश सिंह ने बताया कि कोरोना काल में आनलाइन शिक्षण में हिंदी भाषा का प्रयोग करके कठिन से कठिन टापिक को भी बहुत ही सरल तरीके से छात्र-छात्रों को समझाया। इसमें सचिव ज्योत्सना गुप्ता, कोषाध्यक्ष आंचल सिंह, सदस्य निशा आर्या, गीतांजलि रहीं।
हिंदी दिवस पर हुई गोष्ठी : सोमवार को रोटरी क्लब मुरादाबाद की ओर से हिंदी दिवस पर आइएमए हाल में काव्य गोष्ठी हुई। जकार्ता (इंडोनेशिया) की अप्रवासी भारतीय वैशाली रस्तोगी डा. गोपेश मेहरोत्रा ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद इंडोनेशिया में हिंदी साहित्य की सेवा कर रही वैशाली रस्तोगी का क्लब की ओर से अभिनन्दन और साहित्य सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया। काव्य संध्या की श्रंखला में राजीव प्रखर, डा. ममता सिंह, डा. रीता सिंह, डा. संगीता महेश ने काव्य पाठ किया। संयोजन डा. संगीता महेश ने किया। सरस्वती वंदना अंजलि शर्मा ने की। संचालन रंगकर्मी क्लब अध्यक्ष डा. पंकज दर्पण अग्रवाल ने किया। इसमें क्लब ट्रेनर सुबोध भारद्वाज, सचिव प्रदीप अग्रवाल, अंजलि अग्रवाल का सहयोग रहा।
हिंदी भाषा राष्ट्र की, करती युग सम्मान : सोमवार को साहित्यिक संस्था हिन्दी साहित्य संगम की ओर से साहित्यकार डा. महेश दिवाकर को हिंदी साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें अंगवस्त्र, मानपत्र, श्रीफल एवं प्रतीक चिह्न भेंट किए गए। सम्मान-समारोह मिलन विहार स्थित मिलन धर्मशाला में हुआ था। इसमें राजीव प्रखर ने मां सरस्वती की वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद डा. महेश दिवाकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित आलेख का वाचन रचनाकार डा. मनोज रस्तोगी ने किया।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा साहित्य भूषण सम्मान सम्मानित डॉ. महेश ‘दिवाकर’ हिंदी के उन्नयन एवं संवर्द्धन के लिए पूर्णतया समर्पित हैं। उनकी कृतियों में दो शोध ग्रंथ, दस समीक्षा-शोधपरक ग्रंथ, दो साक्षात्कार ग्रंथ, दो नई कविता संग्रह, दो गीत संग्रह, आठ मुक्तक एवं गीति-संग्रह, सात खण्ड काव्य, तेरह यात्रा-वृत्त, दो संस्मरण एवं रेखाचित्र संग्रह उल्लेखनीय हैं। आपका साहित्य लोकधारा नाम से ग्यारह खंडों में प्रकाशित हो रहा है।
मुख्य अतिथि बृजेश कुमार तिवारी, विशिष्ट अतिथि अशोक विश्नोई, बदायूं के रचनाकार राम कृपाल तिवारी रहे। अध्यक्षता साहित्यकार योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई संचालन राजीव प्रखर, जितेन्द्र कुमार जौली ने संयुक्त् रूप से किया। इसमें योगेन्द्र वर्मा व्योम, रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ, राम सिंह निशंक, राम कृपाल तिवारी, मनोज रस्तोगी, रामदत्त द्विवेदी, ओंकार सिंह ओंकार रहे। संस्था अध्यक्ष रामदत्त द्विवेदी ने आभार जताया।