उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं, मुख्य अभियंता कार्यालय पर नारेबाजी

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम प्रबंधन के खिलाफ अभियंताओं का धरना-प्रदर्शन मुख्य अभियंता कार्यालय पर किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 04:23 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 04:23 AM (IST)
उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं, मुख्य अभियंता कार्यालय पर नारेबाजी
उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं, मुख्य अभियंता कार्यालय पर नारेबाजी

मुरादाबाद, जेएनएन : पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम प्रबंधन के खिलाफ अभियंताओं का धरना-प्रदर्शन मुख्य अभियंता कार्यालय पर पांचवें दिन भी जारी रहा। अभियंताओं ने सोमवार को प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। वक्ताओं का कहना था कि उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बताया गया कि अभियंताओं को पश्चिमांचल संघर्ष समिति का भी समर्थन मिल गया है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के सदस्यों ने प्रबंध निदेशक के साथ मीटिग की। बताया गया कि नोएडा के तीन अधिशाषी अभियंता, आठ सहायक अभियंताओं का रातों-रात बिना जांच करे और बिना अभियंताओं का पक्ष सुने स्थानांतरण पूर्वांचल कर दिया गया। मुख्यालय से जांच कमेटी गठित करने की मांग की गई। कहा गया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक अभियंताओं को मुख्यालय से ही संबद्ध किया जाए। इस मांग पर प्रबंध निदेशक का कोई सकारात्मक रवैया नहीं दिखा। मांगें नहीं माने जाने से सभी कर्मचारी संघों में भी गुस्सा है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के उपाध्यक्ष कपिल तेवतिया ने बताया कि अभियंताओं को न्याय नहीं मिलेगा तो पूरे डिस्काम के अभियंता प्रबंध निदेशक कार्यालय पर अनवरत धरना देंगे। इसमें आशीष सिंह, रामपुर से गौरव कुमार, दीपक कुमार, विश्वजीत चौधरी, भूप सिंह राघव, शैलेन्द्र गौतम, मलखान सिंह, संजय कुमार, विशाल कुमार, पुनीत दुबे, भीष्म तोमर, विक्रम आदि रहे।

दो दिन के क्रमिक अनशन पर रहेंगे सम्भल के अवर अभियंता

सम्भल: राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के आह्वान पर जिले में तैनात विद्युत अवर अभियंता मुरादाबाद स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर मंगलवार से दो दिवसीय क्रमिक अनशन करेंगे। ऐसे में बिजली आपूर्ति में व्यवधान होने पर उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बिजली विभाग में तैनात अवर अभियंताओं द्वारा कई मांगों को पूरा कराने की मांग शासन से की जा रही है, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी। इस पर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की ओर से चार दिन पहले 17 व 18 सितंबर को आंदोलन करते हुए क्रमिक अनशन की घोषणा की गई थी।

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