प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में बाधक बनीं मालगाड़ी

प्रदीप चौरसिया मुरादाबाद प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में मालगाड़ी बाधा बनकर खड़ी हैं। जिस

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:30 PM (IST)
प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में बाधक बनीं मालगाड़ी
प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में बाधक बनीं मालगाड़ी

प्रदीप चौरसिया, मुरादाबाद

प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में मालगाड़ी बाधा बनकर खड़ी हैं। जिस मार्ग पर मालगाड़ी अधिक चलती हैं, उस मार्ग पर पैसेंजर ट्रेनें नहीं चलायी जाएंगी। जहां मालगाड़ी की संख्या कम है, वहां बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाना है।

कोरोना संक्रमण के बाद 22 मार्च से पैसेंजर ट्रेनों के संचालन को बंद कर दिया था। रेल प्रशासन ने पहले मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया, अब नियमित ट्रेन की तरह चलाना शुरू कर दिया है। अभी भी दस फीसद से कम पैसेंजर ट्रेन को स्पेशल ट्रेन की तर्ज पर चलाया जा रहा है। जिसका किराया एक्सप्रेस ट्रेन के बराबर है। पैसेंजर ट्रेनों से रोजगार की तलाश करने वाले श्रमिक, दैनिक यात्री, छोटे व्यापारी, छात्र सफर करते हैं। पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू कराने को जनप्रतिनिधियों ने रेल मंत्री तक आवाज उठायी। जनता और जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार माग उठाने पर सरकार ने घोषणा की कि किस क्षेत्र में कितनी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाना है, इसका अधिकार मंडल रेल प्रशासन को दे दिया है। मंडल रेल प्रशासन के प्रस्ताव पर रेलवे बोर्ड पैसेंजर ट्रेन का संचालन करने की स्वीकृति देगा।

इस घोषणा के बाद रेलवे बोर्ड के प्रमुख अधिशासी निदेशक (कोचिंग) ने मेल द्वारा देश के सभी जोन के मुख्य यात्री यातायात प्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक को पत्र भेजा। जिसमें कहा गया कि मंडल में कोरोना के कारण बंद पड़ी ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव भेजें, साथ ही कहा कि अन्य किसी पैसेंजर ट्रेन का प्रस्ताव न भेजें, जिससे मालगाड़ी का संचालन प्रभावित हो। मालगाड़ी को प्रमुखता से चलाया जाना है। जिस मार्ग पर मालगाड़ी का संचालन नहीं है, उस मार्ग की बंद पड़ी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दें।

ये पैसेंजर ट्रेन चलने की उम्मीद नहीं

इस पत्र के बाद मुख्य मार्ग पर चलने वाली प्रचलित पैसेंजर ट्रेनों के संचालन के लिए मंडल रेल प्रशासन ने प्रस्ताव नहीं भेजा। मुरादाबाद रेल मंडल में चलने वाली प्रचलित पैसेंजर ट्रेन सहानरपुर-मुरादाबाद मेमू, सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर, ऋषिकेश-बादी कुई पैसेंजर, बरेली-दिल्ली पैसेंजर जैसी ट्रेनों का संचालन होने की उम्मीद नहीं है। क्योंकि इन ट्रेनों के मार्ग पर 24 घटे पर औसत 160 से अधिक मालगाड़ी चलती हैं।

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वर्जन

जिस रेल मार्ग पर मालगाड़ी कम हैं, उन सभी मागरें पर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। मालगाड़ी चलने वाले मार्ग पर सभी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं किया गया है।

-सुधीर सिंह, प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक।

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