Fraud in UP Police : फर्जी पुलिस कर्मी और उसके जीजा पर पीआरवी ने दर्ज कराया मुकदमा, बीएसए ने भेजी र‍िपोर्ट

ठाकुरद्वारा पीआरवी में ड्यूटी करने वाले फर्जी सिपाही के साथ ही उसके जीजा के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। पुलिस ने जालसाजी धोखाधड़ी के साथ ही अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 02:55 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 02:55 PM (IST)
Fraud in UP Police : फर्जी पुलिस कर्मी और उसके जीजा पर पीआरवी ने दर्ज कराया मुकदमा, बीएसए ने भेजी र‍िपोर्ट
सिविल लाइंस थाने में दर्ज किया गया जीजा-साले के खिलाफ मुकदमा।

मुरादाबाद, जेएनएन। ठाकुरद्वारा पीआरवी में ड्यूटी करने वाले फर्जी सिपाही के साथ ही उसके जीजा के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। पुलिस ने जालसाजी, धोखाधड़ी के साथ ही अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की है।

एएसपी सिविल लाइंस ने बताया कि जांच के बाद दोनों आरोपितों के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज कराया गया है। साल 2016 से मुरादाबाद जनपद में तैनात रहे सिपाही अनिल कुमार ने फर्जीवाड़ा करके अपने साले सुनील कुमार को वर्दी पहनाकर ड्यूटी करा रहा था। एक गोपनीय शिकायत मिलने के बाद इस मामले की जांच शुरू की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मुजफ्फरनगर जनपद के खतौली थाना क्षेत्र के दाहौड़ अनिल कुमार के साथ ही वर्दी पहनकर ड्यूटी करने वाले साले सुनील कुमार को गिरफ्तार कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया था। पीआरवी कार्यालय के दारोगा चमन सिंह की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में दोनों आरोपितों के धोखाधड़ी,जालसाजी के साथ अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई। मामले की जांच अभी भी जारी है। शैक्ष‍िक दस्‍तावेजों की भी जांच की जा रही है। इस मामले में एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि दोनों आरोपितों को पहले ही जेल भेज दिया गया है। जांच के बाद दूसरा मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। 

सीतापुर के बीएसए ने भेजी रिपोर्ट : फर्जी सिपाही प्रकरण में सीतापुर के बीएसए ने मुरादाबाद पुलिस को रिपोर्ट भेज दी है। सीओ ठाकुरद्वारा डॉ.अनूप कुमार ने बताया कि सिपाही अनिल कुमार ने शिक्षक पद के लिए आवेदन किया था। इसके बाद काउंसलिंग में भाग लिया था। लेकिन आवेदन करते हुए समय जो नंबर उसने प्रपत्रों में दर्ज किए थे, उतने नंबर उसकी मार्कशीट में नहीं मिले थे, जिसके बाद उसे अपात्र घोषित कर दिया गया था। इस मामले में प्रमाणित दस्तावेजों को मंगाने की कार्रवाई की जा रही है।

chat bot
आपका साथी