Fraud in UP Police : जीजा की जगह साले के नौकरी करने के मामले में फंस सकते हैं पुलिस विभाग के कई कर्मचारी
Moradabad Thakurdwara PRV Muzaffarnagar Fake police personnel Inquiry पुलिस विभाग में दूसरी की जगह नौकरी करने के मामले में जांच बैठा दी गई है। इस फर्जीवाड़े में पुलिस कर्मियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। चर्चा है कि उन्होंने इस कार्य में जीजा और सालेे की मदद की है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Thakurdwara PRV Muzaffarnagar Fake police personnel Inquiry : मुरादाबाद पुलिस विभाग में साला अपने जीजा के स्थान पर नौकरी करता रहा। शिकायत पर जांच शुरू हुई तो मामले की सच्चाई सबके सामने आ गई। अब इस चर्चित मामले की गहनना से जांच शुरू कर दी गई है। माना जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े में कई कर्मचारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। पुलिस अधिकारी इस एंगल पर भी अपनी जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।
दरअसल पुलिस अफसरों को संदेह है कि मुरादाबाद में पोस्टिंग के बाद से कैसे एक सिपाही बिना शिकायत के पीआरवी में ड्यूटी करता रहा। अफसरों का मानना है कि इस काम में विभागीय कर्मचारियों ने मदद जरूर की होगी। जब भी दूसरे जनपद से किसी सिपाही का स्थानांतरण होता है, तो उसके दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य पुलिस लाइन में किया जाता है। हालांकि, पुलिस लाइन के जिम्मेदार अधिकारी ने बताया कि आरआइ ट्रांसफर लेटर को चेक करके आगे की कार्रवाई के लिए सीआरए कार्यालय में भेज देते हैं। इसके बाद संबंधित सिपाही की पोस्टिंग की कार्रवाई की जाती है। हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान कोई फोटो नहीं चेक किया जाता है।
मामला सामने आने पर पुलिस विभाग में खलबली : फर्जीवाड़े का यह मामला सामने आने पर पुलिस विभाग में खलबली मची हुई है। नए सिरे से पुलिस कर्मियों के सत्यापन पर जोर दिया जा रहा है। चर्चा है कि मामले में आरोपित जीजा अनिल ने मोटी कमाई के लिए धोखाधडी का जाल बुना था। असल में शिक्षा विभाग मेें नौकरी करते हुए उसे अच्छा वेतन मिल रहा था लेकिन उसे मोटी कमाई की ख्वाहिश थी। यही वजह थी कि वह साले सुनील को महीने के कुछ रुपये ही उसकी जगह नौकरी करने के दे रहा था। ऐसे में सवाल उठता है कि बाकी रुपये का वह क्या कर रहा था। माना जा रहा है कि बाकी रकम को वह खुद ही रख लेता था।
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