केबिल लाइन डालने पर बिजली टीम को घेरकर पीटा, चार घायल

सम्भल कोतवाली क्षेत्र में केबिल लाइन डालने का काम कर रही बिजली टीम को भीड़ ने घेरा और पिटाई करने के बाद पथराव किया। एसडीओ समेत चार कर्मचारी घायल हो गए। इतना ही नहीं, एसआइ के पिस्टल निकालने पर लोगों ने पुलिस को भी दौड़ा लिया।

By RashidEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 12:44 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 01:20 PM (IST)
केबिल लाइन डालने पर बिजली टीम को घेरकर पीटा, चार घायल
केबिल लाइन डालने पर बिजली टीम को घेरकर पीटा, चार घायल

मुरादाबाद (जेएनएन)। सम्भल कोतवाली क्षेत्र में केबिल लाइन डालने का काम कर रही बिजली टीम को भीड़ ने घेरा और पिटाई करने के बाद पथराव किया। एसडीओ समेत चार कर्मचारी घायल हो गए। इतना ही नहीं, एसआइ के पिस्टल निकालने पर लोगों ने पुलिस को भी दौड़ा लिया।

केबल डालने को लेकर क्षेत्र के लोगों में है गुस्सा

क्षेत्र के मोहल्ला नई बस्ती में शनिवार को अधीक्षण अभियन्ता विजय यादव, एसडीओ शहर यशपाल, एसडीओ मीटर रनवीर, जेई गुडडू लाइनमैनों व लेबर के मजदूरों को लेकर केबिल लाइन खींचने के लिए पहुंचे थे। बस्ती में केबिल लाइन खींचने का काम चल रहा था। अफसर कामकाज को देख रहे थे जबकि लेबर व लाइनमैन काम में जुटे थे। इस बीच लोगों ने केबिल खींचने का विरोध करना शुरू कर दिया क्योंकि केबिल लाइन खींचने के बाद कटिया डालकर बिजली चोरी नहीं हो सकेगी। देखते ही देखते भीड़ एकत्र हो गई और टीम को घेरा और लाठी डंडों से पीटना शुरू कर दिया। कर्मचारी भागे तो पथराव करना शुरू कर दिया। अफसरों व कर्मचारी अपनी जान बचाकर जंगलों की तरफ दौड़े। हालांकि एसडीओ मीटर व लेबर के कर्मचारियों समेत तीन घायल हो गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद कोतवाली के उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र व पंजू सराय चौकी इन्चार्ज रनवीर पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। एक दरोगा ने भीड़ को देखकर अपनी पिस्टल निकाली तो लोगों ने विरोध किया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को भी दौड़ा लिया। मामला बढ़ा तो सीओ सुदेश कुमार व एसडीएम भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे। वहां लोगों को समझा बुझाकर मामला शान्त किया। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। फिलहाल शांति व्यवस्था बनी हुई है। पुलिस को तहरीर दी गई है। सीओ सुदेश कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।

आपूर्ति ठप से हाहाकार, पानी को तरसे लोग

नई सराय में बिजली कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद गुस्साए बिजली विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। दोपहर दो बजे से पूरे शहर की बिजली गायब है और अब तक नहीं आई। बिजली न होने का असर रहा कि शहर के अंदर लोग बिजली के साथ ही पानी को लेकर तरस गए। हालात बद से बदतर हो गए। उधर इस घटना के बाद कर्मचारियों ने कोतवाली में जाकर कारवाई की मांग की। इनकी मांग थी कि जब तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक आपूर्ति चालू नहीं की जाएगी। ऐसे में देर रात कोतवाली पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता गुड्डू कुमार ने कई के खिलाफ चार लाख रुपये के सामान लूटने सहित मारने पीटने का मुकदमा 11 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुट गई है। हालांकि देर रात विभाग ने बिजली आपूर्ति चालू नहीं की थी।

नई सराय में बिजली विभाग के कर्मचारियों की एरियर बच कंडक्टर लगाकर मीटर परिसर के अंदर से निकालकर बाहर लगाते समय अचानक आई भीड़ के विरोध व कर्मचारियों को पीटे जाने के बाद मामला गरमा गया। कर्मचारियों ने एक जुट होकर कोतवाली आकर प्रदर्शन किया और आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर बिजली आपूर्ति दोपहर दो बजे ठप कर दी। उधर इस मामले में अधिशासी अभियंता गुड्डू कुमार की तहरीर पर भोलू, युसूफ अंसारी, बिलाल, नजारूल, आकिल अंसारी, सलीम, जीशान, मुजफ्फर, जीशान,सैफुल, अजीम सहित 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। तहरीर के अनुसार ट्रैक्टर ट्राली में रखा बिजली विभाग का आमर्ड केबिल, एबी केबिल, डाग कंडक्टर, मीटर बाक्स, मीटर सील जिसकी कीमत छह लाख है लूट लिया गया। विभाग के अधीक्षक अभियंता वीके पांडेय ने कहा कि आए दिन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पीटा जा रहा है। यह स्थिति सही नहीं है। ऐसे तो पूरी व्यवस्था ही ठप हो जाएगी। ऐसे कृत्य करने वालों पर पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

पहले भी पीट चुके हैं बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी

- सराय तरीन के भूड़ा मुहल्ला में चेकिंग के दौरान संविदा लाइन मैन को धक्का दे दिया। लोगों ने जेई से जमकर अभद्रता कर दी तथा लाइन मैन की पिटाई भी की। इसके बाद टीम वापस लौट आई।

- छह माह पहले नखासा में बिजली विभाग की टीम मीटर रीडिंग के लिए गई थी। यहां लोगों ने टीम को बंधक बना लिया और मीटर रीडरों को जमकर पीटा। घायल रीडरों ने नखासा थाने में तहरीर दी। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि इसके बाद न कोई कार्रवाई हुई और न ही बिजली विभाग के कर्मियों को न्याय मिला।

- आठ माह पहले नखासा में ही जेई अपनी टीम के साथ बिजली चेकिंग करने के लिए गए थे। यहां मुहल्ले के एक ही परिवार के लोगों ने जेई को बंधक बना लिया था और उन पर छेडख़ानी का आरोप लगाते हुए बांधकर पीटा गया। पुलिस ने बाद में छुड़ाया। में भी कोई कार्रवाई नहीं की।

पिस्टल निकालने के बाद आक्रोशित हुई भीड़

जिस समय वहां बवाल हो रहा था। उसी दौरान कोतवाली में तैनात पुलिस कर्मी भी पहुंच गए। इसके पहले ही बिजली विभाग के कर्मचारियों को जमकर पीटा गया। वहां मामला संवेदनशील हो गया। इसी बीच कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों के बचाव में कोतवाली में तैनात दारोगा धर्मेंद्र ने पिस्टल निकाल ली। इसके साथ ही वहां मौजूद बज्र वाहन के सिपाही के अलावा बिजली विभाग के अन्य कर्मचारियों को घटना स्थल से भागने का मौका मिला और उनकी जान बची।

लोग बोले- पूरे शहर में लगाओ केबल फिर यहां आओ

सम्भल के नई सराय मोहल्ले के लोगों ने प्रदर्शन किया। बवाल से पहले लोगों का कहना था कि यहां पहले यह काम न करे। शहर में जब केबल लग जाए तब यहां काम हो। इसी बात को लेकर अचानक से वहां काफी संख्या में लोग जुट गए और मामला बढ़ गया। इसी बीच अचानक से भीड़ ने घेराबंदी कर बिजली विभाग के कर्मचारियों को जमकर पीट दिया। हाल यह था कि पुलिस कर्मियों को भी भागकर जान बचानी पड़ी।

तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज

बिजली विभाग की टीम को घेरना की सूचना मिली तो मैं एसडीओ व पुलिस टीम को लेकर मौके पर पहुंचा। तब तक मामला शांत हो चुका था। तीन कर्मचारी घायल हुए है। जिनका उपचार कराया जा रहा है। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। सुदेश कुमार, सीओ सम्भल

जंगल में भागकर जान बचानी पड़ी

हमारी टीम केबिल लाइन खींचने के लिए नई बस्ती में पहुंची थी। लेबर केबिल लाइन खींच रही थी। हमारी टीम वहां खड़ी हुई थी। इस बीच अचानक लोगों की भीड़ आ गई। डंडों से मारपीट के बाद पथराव शुरू करा दिया। एसडीओ मीटर व दो लेबर के कर्मचारी घायल हो गए। हम लोगों को जंगल में भागकर जान बचानी पड़ी। तहरीर दी गई है।

विजय यादव, अधीक्षण अभियन्ता

chat bot
आपका साथी