पूर्व सांसद जयाप्रदा आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे में जमानत कराने फिर नहीं पहुंची, जानें वजह

Former MP and Bollywood actress Jayaprada आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे में समन जारी होने के बाद भी पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा अदालत में हाजिर नहीं हुईं और न ही उनकी ओर से कोई अधिवक्ता पेश हुए।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 07:38 AM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 07:38 AM (IST)
पूर्व सांसद जयाप्रदा आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे में जमानत कराने फिर नहीं पहुंची, जानें वजह
कोर्ट लगातार पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के गैर हाजिर होने पर समन जारी कर रही है।

मुरादाबाद, जेएनएन। Former MP and Bollywood actress Jayaprada : आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे में समन जारी होने के बाद भी पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा अदालत में हाजिर नहीं हुईं और न ही उनकी ओर से कोई अधिवक्ता पेश हुए। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता प्रताप सिंह मौर्य ने बताया कि इस मुकदमे में पूर्व सांसद ने अभी तक जमानत नहीं कराई है। कोर्ट लगातार उनके गैर हाजिर होने पर समन जारी कर रही है। पिछली तारीख पर भी अदालत ने पुलिस अधीक्षक को विशेष संदेशवाहक भेजकर समन तामील कराने को कहा था।

उन्हें सोमवार को हाजिर होना था। अब अदालत ने चार दिसंबर को हाजिर होने के आदेश दिए हैं। आचार संहिता उल्लंघन का मामला वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव का है। जयाप्रदा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गई थीं। इस दौरान उनके द्वारा स्वार विधानसभा क्षेत्र में सड़क का उद्घाटन किया था। इस पर उनके खिलाफ स्वार कोतवाली में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। पुलिस ने विवेचना के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इस मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है।

सदस्यता अभियान चलाया : राष्ट्रीय युवा क्रांति मोर्चा छात्र सभा के जिला प्रभारी विकल श्रीवास्तव द्वारा धमोरा बाजार में सदस्यता अभियान चलाया गया। इस दौरान काफी संख्या में युवाओं को सदस्यता ग्रहण कराई गई। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नलिन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, रामनिवास, डा.नीलेश रस्तोगी, सुनील यादव, चांद, अंशु, ऋषभ आदि मौजूद रहे।

नवाब खानदान की संपत्ति के बंटवारे में कल होगी सुनवाई : नवाब खानदान की संपत्ति बंटवारे की सुनवाई अब 24 नवंबर को होगी। यह मामला जिला जज की अदालत में विचाराधीन है। सोमवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन वरिष्ठ अधिवक्ता शौकत अली के निधन के कारण वकीलों ने शोक में कार्य स्थगित रखा। इस कारण सुनवाई नहीं हो सकी।

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